काशीपुरः कुंडा थाना क्षेत्र के भरतपुर गांव में फायरिंग का मामला सुर्खियों (Kashipur UP Police Firing) में है. बीती देर शाम सादी वर्दी में दबिश देने आई यूपी की पुलिस ने फायरिंग कर दी थी. इस फायरिंग में जसपुर ब्लॉक के ज्येष्ठ प्रमुख गुरताज भुल्लर की पत्नी गुरप्रीत कौर की गोली लगने से मौत हो गई थी. वहीं, घटना के बाद मौके पर पुलिस के आला अधिकारी और पुलिस बल तैनात है. फॉरेंसिक टीम भी घटना की जांच कर रही है. डॉग स्क्वायड को भी घटनास्थल पर लाया गया है. पुलिस हर पहलू से जांच में जुटी है.
बता दें कि 12 अक्टूबर की देर शाम उत्तर प्रदेश की पुलिस सादी वर्दी में दबिश देने आई थी. पुलिस की कार्रवाई के दौरान फायरिंग में जसपुर ब्लॉक के ज्येष्ठ प्रमुख की पत्नी गुरप्रीत कौर की गोली लगने से मौत हो गई थी. घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने कुंडा थाने के सामने एच 74 पर जाम लगा दिया था. कुंडा थाना पुलिस ने ज्येष्ठ प्रमुख की तहरीर पर इस मामले में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. काशीपुर की इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं.
यूपी पुलिस बिना बताए उत्तराखंड आती है और एक जनप्रतिनिधि के घर में घुसकर फायरिंग कर देती है. जिसकी खबर उत्तराखंड पुलिस को तक नहीं होती है. इस घटना घटना ने दोनों राज्यों की पुलिस को आमने सामने लाकर खड़ा कर दिया है. ऐसी घटना तब घटी, जब दोनों राज्यों के पुलिस के बीच समय-समय पर आपसी तालमेल बनाए रखने के लिए उच्चस्तरीय बैठक होती रहती है. आज भारी पुलिस बल घटनास्थल पर तैनात रहा तो वहीं गुरप्रीत कौर का अंतिम संस्कार कर दिया गया.
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डीआईजी कुमाऊं नीलेश आनंद भरणे (DIG Kumaon Nilesh Anand Bharne) ने उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि मुरादाबाद पुलिस बिना बताए आई और यहां के किसी भी आला अधिकारी और स्थानीय थाने को कोई सूचना नहीं दी. वो बिना किसी आई कार्ड और वर्दी के आए थे. इस तरह कोई रेड नहीं की जाती है. उन्होंने यूपी पुलिस के इस कार्रवाई को एक संगीन अपराध करार दिया है.
काशीपुर पुलिस ने यूपी पुलिस के जवानों को अस्पताल पहुंचाया, बिना बताए भाग निकलेः उन्होंने बताया कि उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. उनके असलहे और गाड़ी बरामद हो चुकी है. फॉरेंसिक टीम ने खाली खोखे की भी रिकवरी कर ली है. फायरिंग के बाद काशीपुर पुलिस (UP Police Firing in Kashipur) ने यूपी पुलिस के सादी वर्दी में आए जवानों को अस्पताल तक पहुंचाया, लेकिन उसके बावजूद भी वो बिना बताए अस्पताल से बाहर निकलकर भाग निकले.
डीआईजी भरणे ने कहा कि उन्होंने मामले को लेकर अपने स्तर से डीआईजी मुरादाबाद को पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने गलत तरीके से की गई मुरादाबाद पुलिस की इस कार्रवाई से अवगत कराया है. उत्तराखंड पुलिस इस पूरे मामले की निंदा करती है. वहीं, यूपी पुलिस की ओर से दिए गए बयान में बताया गया है कि महिला की मौत उनकी गोली से नहीं हुई है. जिस पर डीआईजी भरणे ने कहा कि इसकी बारीकी से जांच की जा रही है. जांच के बाद दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा.
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फॉरेंसिक टीम बारीकी से कर रही जांच, महिला को लगी गोली किसकी थी? डीआईजी ने कहा कि हमारी फॉरेंसिक टीम जांच कर रही है कि महिला को लगी गोली किसकी थी? उन्होंने कहा कि डॉग स्क्वायड भी घटनास्थल पर लाया गया है. पुलिस मामले की बारीकी से जांच कर रही है. हम लगातार यूपी पुलिस के संपर्क में हैं. तकनीकी तथ्यों, सीसीटीवी फुटेज, सीडीआर आदि का अवलोकन किया जा रहा है.
वहीं, मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा के पूर्व विधायक विजय यादव ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर शोक संतप्त परिवार को सांत्वना दी. इस दौरान उन्होंने कहा कि दुख की इस घड़ी में वो शोक संतप्त परिवार के साथ खड़े हैं. वो इस घटना की पूरी तरह से निंदा करते हैं. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस के उत्तराखंड में दबिश देने आने के पहले आमद न कराना, उनकी बहुत बड़ी गलती को दर्शाता है. यह जांच का विषय है.
ज्येष्ठ प्रमुख की पत्नी का हुआ अंतिम संस्कार, अरविंद पांडे ने दिया कंधाः गदरपुर विधायक अरविंद पांडे (Gadarpur MLA Arvind Pandey), पूर्व सांसद बलराज पासी और जसपुर विधायक आदेश चौहान (Jaspur MLA Adesh Chauhan) आज ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख के आवास पहुंचे और संवेदना व्यक्त की. इसके बाद खुद अरविंद पांडे ने ज्येष्ठ प्रमुख की पत्नी के अर्थी को कंधा दिया. जिसके बाद महिला का अंतिम संस्कार कर दिया गया.