खटीमा/सितारगंजः उधमसिंह नगर के सितारंगज में खनन के ओवरलोड वाहनों (overloaded mining vehicle) से परेशान किसान ने रविवार को खनन वाहनों का रास्ता रोक (Farmer stopped mining vehicles) दिया. पीड़ित किसान का कहना है कि रास्ता होने के बावजूद खनन माफिया खनन से ओवरलोड वाहनों को खेतों से लेकर जाते हैं. जिससे किसानों की फसल बर्बाद हो रही है. साथ ही वाहनों से पत्थर गिरने से फसलें प्रभावित हो रही है. रास्ता रोके जाने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची जिसके बाद मामला शांत हुआ.
पीड़ित किसान का कहना है कि खनन में प्रयोग किए जाने वाले सैकड़ों ट्रैक्टर एवं डंपर रोज खेतों से हजारों टन उपखनिज लेकर सितारगंज स्टोन क्रशर पहुंचते हैं. जिस पर पीड़ित किसान ने सितारगंज के स्टोन क्रशर के खिलाफ जमकर हंगामा काटा और साथ ही अपने खेत के रास्ते को बंद कर वहीं खड़ा हो गया. इसके बाद खनन पट्टा स्वामियों और किसान के बीच जमकर कहासुनी हुई. इस दौरान पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने पीड़ित किसान से बात कर रास्ता खुलवाया. पीड़ित किसान ने कहा 8 से 10 स्टोन क्रशर यहां है. मैंने कई बार स्टोन क्रशर के मालिकों से शिकायत की, लेकिन उन्होंने इसका कोई समाधान नहीं निकाला.
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पीड़ित किसान ने कहा कि उप खनिज इन्हीं रास्तों से होकर जाता है. रास्ते के किनारे ही उसका खेत है और रोजाना लाखों टन उपखनिज यहां से स्टोन क्रशर पर पहुंचता है. रास्ता होने के बाद भी उपखनिज से भरे वाहन खेत से होकर जा रहे हैं, जिससे उसकी फसल प्रभावित हो रही है. साथ ही फसल की कटाई और बुआई में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. सबसे बड़ा नुकसान ये है कि उपजाऊ भूमि पथरीली होती जा रही है.