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ताइवानी एप्पल बेर को रास आ रही देवभूमि की आबोहवा, बदलेगी किसानों की तकदीर - Kashmiri Apple Ber Rudrapur

उधम सिंह नगर जनपद के एक किसान द्वारा ताइवानी प्रजाति के एप्पल बेर की पैदावार की जा रही है. अच्छी पैदावार देख किसान भी गदगद दिखाई दे रहे हैं.

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एप्पल बेर
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Published : Jan 4, 2021, 9:23 AM IST

Updated : Jan 4, 2021, 11:45 AM IST

रुद्रपुर: ताइवानी प्रजाति के एप्पल बेर की पैदावार अब उत्तराखंड में भी होने लगी है. प्रदेश में पहली बार उधम सिंह नगर जनपद में एक किसान ने एप्पल बेर का उत्पादन किया है. इसके लिए किसान को पश्चिम बंगाल की शबनम नर्सरी से भी सहयोग मिला है. एप्पल बेर की पहली पैदावार मार्च में तैयार होगी. ताइवानी प्रजाति के एप्पल बेर की पैदावार देख किसान भी खासे उत्साहित हैं.

बता दें कि, उत्तराखंड के पेड़ में लदे ये फल सेब नहीं बल्कि ताइवानी प्रजाति के बेर हैं. ताइवानी प्रजाति के बेर अब उत्तराखंड के बाजारों में भी आसानी से उपलब्ध होगा. उत्तर प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र, आंध्र-प्रदेश और केरल जैसे राज्यों के बाद अब उत्तराखंड में भी किसान ताइवानी प्रजाति के एप्पल बेर की पैदावार करने लगे हैं. उधम सिंह नगर जनपद के किच्छा तहसील के रहने वाले किसान ने इस प्रजाति के बेर की पैदावार शुरू भी कर दी है. जिसकी पहली क्रॉप मार्च में तैयार हो जाएगी.

ताइवान एप्पल बेर को रास आ रही देवभूमि की आबोहवा.

पढ़ें- खटीमा: गुलदार के पैरों के निशान मिलने पर ग्रामीण खौफजदा, सर्च अभियान शुरू

दरसअल, पंतनगर किसान मेले में पश्चिम बंगाल की शबनम नर्सरी ने स्टॉल लगाकर उधम सिंह नगर जनपद के किसान को एक एकड़ के लिए 400 एप्पल बेर के पौध उपलब्ध कराए थे. अप्रैल 2020 में पौध का रोपण करने के बाद महज 8 महीनों में ताइवानी प्रजाति के बेर के पेड़ में फ्रूट से लकदक हैं. हालांकि अभी एप्पल बेर को पकने में तीन माह का वक्त बचा है. लेकिन, खरीदार अभी से पहुंचने लगे हैं.

फायदेमंद है काश्तकारी

पिछले कई सालों से काम कर रहे पश्चिम बंगाल के शबनम नर्सरी के ऑनर अयान ने बताया कि ताइवानी प्रजाति की कश्मीरी एप्पल बेर की इस प्रजाति की पैदावार कर किसान कम लागत पर अधिक मुनाफा कमा सकता हैं. मौजूदा समय में बाजार में इस वैरायटी के बेर की कीमत 50 से 60 रुपये किलो है. एक एकड़ में किसान इस फसल से ढाई से तीन लाख रुपये कमा सकता है. शबनम नर्सरी के मालिक अयान ने बताया कि उत्तराखंड का किसान ताइवानी प्रजाति के एप्पल बेर की खेती करने के इच्छुक हैं तो वह अपनी नर्सरी से किसानों को सस्ते दामों पर पौध उपलब्ध करा सकते हैं. उन्होंने बताया कि एक एकड़ में चार सौ पौधों को रोपित किया जाता है.

अगर कोई किसान एक एकड़ में इसकी पैदावार कर मुनाफा कमाना चाहता है तो वह उन्हें घर तक पौध उपलब्ध करा सकते हैं. इसके लिए उन्हें एक पौधे के लिए महज 60 रुपये खर्च करने पड़ेंगे. ताइवानी प्रजाति के एप्पल बेर की पौध को लगाकर किसान एक साल में ही पहली क्रॉप ले सकता है. प्रथम वर्ष में किसान एक पेड़ से लगभग 25 से 30 किलो फल ले सकता है. दूसरे साल से किसान एक पेड़ से 50 से 60 किलो तक उत्पादन कर सकता है.

रुद्रपुर: ताइवानी प्रजाति के एप्पल बेर की पैदावार अब उत्तराखंड में भी होने लगी है. प्रदेश में पहली बार उधम सिंह नगर जनपद में एक किसान ने एप्पल बेर का उत्पादन किया है. इसके लिए किसान को पश्चिम बंगाल की शबनम नर्सरी से भी सहयोग मिला है. एप्पल बेर की पहली पैदावार मार्च में तैयार होगी. ताइवानी प्रजाति के एप्पल बेर की पैदावार देख किसान भी खासे उत्साहित हैं.

बता दें कि, उत्तराखंड के पेड़ में लदे ये फल सेब नहीं बल्कि ताइवानी प्रजाति के बेर हैं. ताइवानी प्रजाति के बेर अब उत्तराखंड के बाजारों में भी आसानी से उपलब्ध होगा. उत्तर प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र, आंध्र-प्रदेश और केरल जैसे राज्यों के बाद अब उत्तराखंड में भी किसान ताइवानी प्रजाति के एप्पल बेर की पैदावार करने लगे हैं. उधम सिंह नगर जनपद के किच्छा तहसील के रहने वाले किसान ने इस प्रजाति के बेर की पैदावार शुरू भी कर दी है. जिसकी पहली क्रॉप मार्च में तैयार हो जाएगी.

ताइवान एप्पल बेर को रास आ रही देवभूमि की आबोहवा.

पढ़ें- खटीमा: गुलदार के पैरों के निशान मिलने पर ग्रामीण खौफजदा, सर्च अभियान शुरू

दरसअल, पंतनगर किसान मेले में पश्चिम बंगाल की शबनम नर्सरी ने स्टॉल लगाकर उधम सिंह नगर जनपद के किसान को एक एकड़ के लिए 400 एप्पल बेर के पौध उपलब्ध कराए थे. अप्रैल 2020 में पौध का रोपण करने के बाद महज 8 महीनों में ताइवानी प्रजाति के बेर के पेड़ में फ्रूट से लकदक हैं. हालांकि अभी एप्पल बेर को पकने में तीन माह का वक्त बचा है. लेकिन, खरीदार अभी से पहुंचने लगे हैं.

फायदेमंद है काश्तकारी

पिछले कई सालों से काम कर रहे पश्चिम बंगाल के शबनम नर्सरी के ऑनर अयान ने बताया कि ताइवानी प्रजाति की कश्मीरी एप्पल बेर की इस प्रजाति की पैदावार कर किसान कम लागत पर अधिक मुनाफा कमा सकता हैं. मौजूदा समय में बाजार में इस वैरायटी के बेर की कीमत 50 से 60 रुपये किलो है. एक एकड़ में किसान इस फसल से ढाई से तीन लाख रुपये कमा सकता है. शबनम नर्सरी के मालिक अयान ने बताया कि उत्तराखंड का किसान ताइवानी प्रजाति के एप्पल बेर की खेती करने के इच्छुक हैं तो वह अपनी नर्सरी से किसानों को सस्ते दामों पर पौध उपलब्ध करा सकते हैं. उन्होंने बताया कि एक एकड़ में चार सौ पौधों को रोपित किया जाता है.

अगर कोई किसान एक एकड़ में इसकी पैदावार कर मुनाफा कमाना चाहता है तो वह उन्हें घर तक पौध उपलब्ध करा सकते हैं. इसके लिए उन्हें एक पौधे के लिए महज 60 रुपये खर्च करने पड़ेंगे. ताइवानी प्रजाति के एप्पल बेर की पौध को लगाकर किसान एक साल में ही पहली क्रॉप ले सकता है. प्रथम वर्ष में किसान एक पेड़ से लगभग 25 से 30 किलो फल ले सकता है. दूसरे साल से किसान एक पेड़ से 50 से 60 किलो तक उत्पादन कर सकता है.

Last Updated : Jan 4, 2021, 11:45 AM IST
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