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काशीपुर : फर्जी कॉलों से परेशान स्वास्थ्य और पुलिस विभाग, एक महिला के खिलाफ मुकदमा दर्ज

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Published : Apr 5, 2020, 7:29 PM IST

Updated : Apr 6, 2020, 11:35 AM IST

प्रदेश में दो दिनों में कोरोना मरीजों की संख्या में तेजी आई है. इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है. इधर फर्जी कॉलर स्वास्थ्य और पुलिस विभाग के लिए सिरदर्द बए हुए हैं.

Kashipur
काशीपुर पुलिस

काशीपुर: प्रदेश में दो दिनों में कोरोना संक्रमितों की संख्या में तेजी से हुए इजाफे के बाद स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट पर है. दिल्ली के मरकज से लौटे जमातियों के प्रदेश में प्रवेश करने के बाद अब स्वास्थ्य विभाग के साथ -साथ स्थानीय प्रशासन की सिरदर्दी भी बढ़ गई है. लेकिन उससे ज्यादा सिरदर्दी फर्जी कॉल करने वालों से है. पुलिस अब ऐसे लोगों के खिलाफ एक्शन लेने की तैयारी में है.

फर्जी कॉलों से परेशान स्वास्थ्य और पुलिस विभाग.

दरअसल, प्रदेश में आगामी 14 अप्रैल तक लॉकडाउन की घोषणा के बाद स्वास्थ्य एवं पुलिस विभाग प्रदेश में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगातार संघर्ष कर रहा है. इस बीच पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के लिए नई सिर दर्द फर्जी कॉल बन गई है. फर्जी कॉल की वजह से पुलिस व स्वास्थ्य विभाग की टीम को कई बार बैरंग ही वापस लौटना पड़ रहा है.

ये भी पढ़ें:बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने जारी किया वीडियो, कार्यकर्ताओं से की ये अपील

काशीपुर राजकीय चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक के मुताबिक अभी कुछ दिन पहले एक कॉल आई थी. जब वहां टीम को भेजा गया तो पता चला कि जिस व्यक्ति के नाम की कॉल आई थी, वह 2 साल पहले ही मर चुका है. इसके अलावा उन्होंने एक और कॉल का जिक्र किया जिसमें एक बच्चे की तबीयत खराब की सूचना आई थी, लेकिन जब टीम उनके घर पहुंची तो पता चला कि बच्चा सकुशल है.

ये भी पढ़ें: उत्तराखंड में बढ़ी कोरोना मरीजों की 'रफ्तार', सरकार के लिए चुनौती

वहीं, दो दिन पहले काशीपुर कोतवाली में एक महिला के द्वारा 112 नंबर पर फर्जी कॉल कर सूचना दी गई थी. वह बहुत ही गरीब है और उसे राशन की जरूरत है. जब इसकी पड़ताल की गई तो मामला फर्जी निकला और महिला के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दिया. अपर पुलिस अधीक्षक राजेश भट्ट ने साफतौर पर कहा कि फर्जी कॉल करने वालों के खिलाफ पुलिस मुकदमा दर्ज कर उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी.

काशीपुर: प्रदेश में दो दिनों में कोरोना संक्रमितों की संख्या में तेजी से हुए इजाफे के बाद स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट पर है. दिल्ली के मरकज से लौटे जमातियों के प्रदेश में प्रवेश करने के बाद अब स्वास्थ्य विभाग के साथ -साथ स्थानीय प्रशासन की सिरदर्दी भी बढ़ गई है. लेकिन उससे ज्यादा सिरदर्दी फर्जी कॉल करने वालों से है. पुलिस अब ऐसे लोगों के खिलाफ एक्शन लेने की तैयारी में है.

फर्जी कॉलों से परेशान स्वास्थ्य और पुलिस विभाग.

दरअसल, प्रदेश में आगामी 14 अप्रैल तक लॉकडाउन की घोषणा के बाद स्वास्थ्य एवं पुलिस विभाग प्रदेश में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगातार संघर्ष कर रहा है. इस बीच पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के लिए नई सिर दर्द फर्जी कॉल बन गई है. फर्जी कॉल की वजह से पुलिस व स्वास्थ्य विभाग की टीम को कई बार बैरंग ही वापस लौटना पड़ रहा है.

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काशीपुर राजकीय चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक के मुताबिक अभी कुछ दिन पहले एक कॉल आई थी. जब वहां टीम को भेजा गया तो पता चला कि जिस व्यक्ति के नाम की कॉल आई थी, वह 2 साल पहले ही मर चुका है. इसके अलावा उन्होंने एक और कॉल का जिक्र किया जिसमें एक बच्चे की तबीयत खराब की सूचना आई थी, लेकिन जब टीम उनके घर पहुंची तो पता चला कि बच्चा सकुशल है.

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वहीं, दो दिन पहले काशीपुर कोतवाली में एक महिला के द्वारा 112 नंबर पर फर्जी कॉल कर सूचना दी गई थी. वह बहुत ही गरीब है और उसे राशन की जरूरत है. जब इसकी पड़ताल की गई तो मामला फर्जी निकला और महिला के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दिया. अपर पुलिस अधीक्षक राजेश भट्ट ने साफतौर पर कहा कि फर्जी कॉल करने वालों के खिलाफ पुलिस मुकदमा दर्ज कर उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी.

Last Updated : Apr 6, 2020, 11:35 AM IST
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