रुद्रपुर: दीपावली से ठीक पहले ग्राहकों से गुलजार रहने वाले बाजारों में मंदी की मार दिखाई दे रही है. ऑटो सेक्टर और फूड सेक्टर में आई मंदी के बाद बाजारों से दीवाली की रौनक छीन गई है. हालात ये हैं कि व्यापारियों को अपना कारोबार चौपट होने का डर सताने लगा है. वहीं, व्यापारियों की मानें तो दीपावली में भी होने वाला कारोबार पूर्व वर्षों से घटकर 30 फीसदी तक रह सकता है.
कुछ वर्षों पहले शहरों के बाजार दीपावली के सामानों से गुलजार हुआ करते थे, लेकिन उधम सिंह नगर जिले के मुख्यालय रुद्रपुर के बाजारों से रौनक गायब दिखाई दे रही है. दीपावली पर्व को मनाने के लिए लोग एक माह पूर्व से तैयारी शुरु कर देते थे. लेकिन, बाजारों में इस वर्ष रौनक ही खत्म दिखाई दे रही है.
व्यापारियों का भी मानना है कि पूर्व की भांति इस वर्ष दीपावली का त्योहार में किसी भी तरह की रौनक नहीं दिखाई दे रही है. जिस तरह से सिडकुल के क्षेत्र में मंदी आयी हुई है, उसका असर अब स्थानीय बाजार में देखने को मिल रहा है. सिडकुल की अधिकांश फैक्ट्रियां बन्द होने के चलते कंपनियों में काम करने वाले कर्मचारी भी अपने अपने घरों को लौट चुके हैं.
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प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय जुनेजा ने बताया कि उनका अलमारियों का कारोबार है. पिछले साल दशहरे से लेकर दीपावली तक उनका अच्छा खासा काम चला था. लेकिन, मंदी की वजह से इस बार 20 से 30 फीसदी काम हो रहा है. आलम ये है कि गोदाम में उनकी गिनी चुनी अलमारियां रखी हैं. उन्होंने बताया कि पूर्व में जो काम उनका ढाई से तीन करोड़ का था, वो इस साल दीपावली में 20 से 30 फीसदी रह गया है.
देवभूमि व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष गुरमीत सिंह ने बताया कि व्यापारी बड़ी मुश्किलों में हैं. जिस तरह से प्रत्येक व्यापारी दीपावली का इंतजार करता था. लेकिन, इस बार हालात इस कदर खराब हैं कि बाजारों में ग्राहक पहुंच ही नहीं रहे हैं. इस वर्ष की दीपावली व्यापारियों की फीकी जाने वाली है. मंदी के चलते ग्राहक सिर्फ जरूरत के समान ही खरीद रहे हैं.