काशीपुरः शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने जिले के पहले आधुनिकीकृत विद्यालय के रूप में इंदिरा गांधी राजकीय प्राथमिक विद्यालय का लोकार्पण किया. इस मौके पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि जिले के 1109 राजकीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 528 का कायाकल्प किया जा रहा है. स्कूल खोलने के सवाल पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि मंगलवार को बैठक का आयोजन किया जाएगा. जिसके बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा.
जिले के पहले आधुनिकीकृत विद्यालय के लोकार्पण के बाद शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने कहा कि कोरोना संक्रमण के चलते अभी कई स्कूलों के कार्य अधर में अटके हुए हैं. काशीपुर के मोहल्ला गंज स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय इंदिरा गांधी स्कूल की स्थापना वर्ष 1961 में हुई थी. समय के साथ-साथ यह स्कूल जर्जर हालत में पहुंच गया था. ऐसे में इस दौरान राज्य सरकार की 'मेरी सामाजिक जिम्मेदारी' योजना के अंतर्गत स्कूल का कायाकल्प किया गया.
शिक्षा मंत्री पांडेय ने कहा कि जिले के 1109 राजकीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 528 का सीएसआर योजना के अंतर्गत उद्योग जगत द्वारा आधुनिकीकरण कराया जा रहा है. इस स्कूल में बच्चों के लिए बेहतर सुविधा उपलब्ध कराई गई है. सरकारी स्कूलों में रिक्त शिक्षकों के पद गेस्ट टीचरों से भरे जा रहे हैं. पहले चरण में 3250 शिक्षकों की तैनाती की जा चुकी है. जो शेष रह गयी हैं, उसको शीघ्र भरने की तैयारी की जा रही है.
उन्होंने कहा कि अब स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को उच्च क्वालिटी का भोजन मिलेगा. इसके लिए कुंडेश्वरी में अक्षय पात्र फरवरी से काम शुरू कर देगा. जहां से 30 हजार बच्चों को बेहतर क्वालिटी का भोजन स्कूलों को भेजा जाएगा.
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प्रदेश के स्कूलों में फीस को लेकर मचे बवाल पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि हाईकोर्ट के निर्देश का पालन किया जा रहा है. जो स्कूल बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा नहीं दे रहे हैं, उनको फीस लेने का अधिकार नहीं है. लेकिन जो स्कूल बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा दे रहे हैं, उनको फीस लेनी चाहिए. स्कूल खोलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारियों के माध्यम से अभिभावकों और स्कूल एसोसिएशन से रिपोर्ट एकत्र की गई है. इस सम्बन्ध में 13 अक्टूबर को बैठक बुलाई गई है. बैठक के बाद ही इस पर निर्णय लिया जायेगा.
स्कूल का काया कल्प करने वाले डी-बाली ग्रुप के प्रबंधक निदेशक दीपक बाली ने बताया लगभग छह माह की अवधि में स्कूल का आधुनिकीकरण किया गया है. जिसमें कंप्यूटर कक्ष, जूम क्लास रूम, ऑन लाइन पढ़ाई कक्ष, मिड-डे मील भोजन के लिए लंच कक्ष, संगीत क्लास व आधुनिक शौचालय के साथ बच्चों के लिए मनमोहक विभिन्न रंगों का फर्नीचर व मिड-डे मील के बर्तन की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा स्कूल परिसर में चार सीसीटीवी कैमरे, दो कंप्यूटर और कक्षाओं में एलईडी लगाई गयी है.