गदरपुर: डीएलएड प्रशिक्षित बेरोजगारों ने नियुक्ति की मांग को लेकर तहसील परिसर मेंं अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि है अगर उन्हें जल्द नियुक्ति नहीं दी गई तो वह आमरण अनशन करने के लिए बाध्य होंगे.
डीएलएड प्रशिक्षित बेरोजगारों को अपनी समस्या सरकार तक पहुंचाने और रोजगार की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. दरअसल, काफी लंबे समय से डीएलएड प्रशिक्षित शासन से धरना-प्रदर्शन की अनुमति मांग रहे थे, ऐसे में अनुमति मिलने के बाद आज गदरपुर तहसील परिसर में डायट डीएलएड बैच 2017-2019 के छात्रों ने अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू किया.
बता दें कि शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे द्वारा किए गए वादे को याद दिलाने और अपना हक व रोजगार की मांग को लेकर डीएलएड शिक्षार्थियों ने गूलरभोज स्थित शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे के आवास के पास एएनके इंटर कॉलेज में धरना प्रदर्शन कर रहे थे. जिसके बाद वहां से उनको हटा दिया गया. जिसके बाद बड़ी मुश्किल से डीएलएड शिक्षार्थियों को गदरपुर तहसील परिसर में धरना प्रदर्शन करने की अनुमति मिली.
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डीएलएड प्रशिक्षित बेरोजगारों ने कहा कि शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे देहरादून से वापसी से पूर्व ही उनके क्षेत्र में हम लोगों द्वारा धरना प्रदर्शन किया जा रहा था. हालांकि, शासन ने अपनी दमनकारी नीति अपनाते हुए उनकी आवाज दबाने की कोशिश की और एएनके इंटर कॉलेज में धरने की अनुमति रद्द कर दी.
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उन्होंने कहा कि शासन के खिलाफ उठने वाली हर आवाज को दबाकर प्रदर्शनकारियों का मनोबल तोड़ा जा रहा है. उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा कराई गई प्रतियोगी परीक्षा प्रशिक्षण को इस तरह से नजरअंदाज किया जाना निराशाजनक है. साथ ही इसका बुरा प्रभाव भविष्य में होने वाली डीएलएड प्रवेश परीक्षा व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं पर पड़ेगा. प्रदर्शनकारियों ने शासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द से जल्द उन्हें नियुक्ति नहीं दी गई, तो वह आमरण अनशन के लिए बाध्य होंगे. जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी.