काशीपुर: मंदिर की बैरिकेडिंग कराने को लेकर दो पक्ष आमने सामने आ गए. जिससे स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. सूचना पर पहुंची कटोराताल चौकी पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाने बुझाने का प्रयास किया. एक पक्ष का आरोप है कि मंदिर की गुपचुप तरीके से कमेटी बनाकर भूमि पर कब्जे के प्रयास किए जा रहे हैं, जबकि कमेटी के लोगों का कहना है कि मंदिर निजी संपत्ति न होकर सार्वजनिक है.
दरअसल, कानूनगो मोहल्ला में काली मंदिर पर पंडा परिवार का एक सदस्य कुछ मजदूर लेकर पहुंचा और बैरिकेडिंग के साथ मंदिर की साफ-सफाई कराने लगा. मोहल्ले वालों ने जब मंदिर की भूमि पर मजदूरों को काम करते देखा तो वहां पहुंच और गुपचुप तरीके से काम कराने पर आपत्ति जताने लगे. इस बीच पंडा विकास अग्निहोत्री भी कुछ लोगों के साथ आ गये और उन्होंने मंदिर समिति की ओर से यह काम कराने की बात कही.
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मंदिर समिति की बात सुनकर लोग भड़क गए और आरोप लगाया कि समिति के नाम पर मंदिर की भूमि पर कब्जा किया जा रहा है. विवाद बढ़ने पर पुलिस को सूचना दी गई. कटोराताल चौकी पुलिस मौके पर पहुंची. वहीं, पंडा विकास अग्निहोत्री का कहना है कि मंदिर के चारों ओर बैरिकेडिंग न होने से यहां नशेड़ी व असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है. जिस वजह से मंदिर की बैरिकेडिंग कराई जा रही है.
उन्होंने बताया कि मंदिर की देखभाल के लिए एक समिति लंबे समय से काम कर रही है. पंडा विकास अग्निहोत्री की इस बात का वहां मौजूद कुछ लोगों ने विरोध किया. स्थानीय लोगों का कहना है कि मंदिर की समिति गुपचुप ढंग से बनाई गई है. लोगों को इसकी भनक तक नहीं लगी. मंदिर की भूमि पर कुछ विशेष लोग कब्जा करना चाहते हैं.