काशीपुरः स्वास्थ्य निदेशक कुमाऊं डॉ. शैलजा भट्ट आज काशीपुर पहुंची. इस दौरान उन्होंने काशीपुर के एलडी भट्ट राजकीय अस्पताल में विभिन्न व्यवस्थाओं का जायजा लिया. साथ ही अस्पताल के विभिन्न वार्डों के साथ-साथ ऑक्सीजन प्लांट, कोविड-19 रूम और आईसीयू वार्ड आदि का बारीकी से निरीक्षण किया. इसके अलावा उन्होंने मरीजों से भी बातचीत की. वहीं, उन्होंने महिलाओं को ब्लड चढ़ता देख सीएमएस को कड़ी फटकार भी लगाई.
स्वास्थ्य निदेशक कुमाऊं डॉ. शैलजा भट्ट ने बताया कि उनका काशीपुर के राजकीय अस्पताल आने का मुख्य मकसद डीआरडीओ की ओर से निर्मित ऑक्सीजन प्लांट का निरीक्षण करना था. साथ ही बीते दिनों ऑक्सीजन लीकेज की घटना के बाद प्लांट का निरीक्षण और उसका क्रियान्वयन करना था. उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर अस्पताल की तैयारियों का भी बारीकी से निरीक्षण किया गया है. यहां पर 20 बेड का वॉर्ड बनाया गया. जो मरीजों के काम आ सकते हैं.
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सीएमएस को लगाई फटकारः वहीं, डीजी हेल्थ शैलजा ने आईसीयू वॉर्ड, लेबर रूम, महिला वार्ड, जनरल वार्ड, नेत्र रोग विभाग, ब्लड बैंक समेत पूरे अस्पताल का निरीक्षण भी किया. महिला वॉर्ड में निरीक्षण के दौरान उन्हें ज्यादातर महिलाओं को ब्लड चढ़ता हुआ नजर आया. जिसे देख उनका पारा चढ़ गया और सीएमएस डॉ. पीके सिन्हा को कड़ी फटकार लगाई. उन्होंने फटकार महिलाओं में खून की कमी को लेकर दी.
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हीमोग्लोबिन की कमी को दूर करने के लिए जागरूकता जरूरीः स्वास्थ्य निदेशक कुमाऊं डॉ. शैलजा भट्ट ने कहा कि हम एनीमिया मुक्त भारत की बात करते हैं, ऐसे में हीमोग्लोबिन कम होने के कारणों के पीछे जाना होगा. आयरन की दवा इत्यादि के जरिए गर्भवती महिलाओं में हीमोग्लोबिन की कमी को दूर करने के लिए आशाओं और आम जनता को जागरुक करने की जरूरत है.