काशीपुरः ढेला नदी के कटाव को रोकने के लिए नगर निगम ने अजीबो गरीब तरीका निकाला है. यहां पर नदी के कटाव को रोकने के लिए नदी के किनारे कूड़े का ढेर लगाया गया है. जिससे नदी जमकर प्रदूषित हो रही है. इतना ही नहीं कूड़े के दुर्गंध से स्थानीय लोगों का जीना दूभर हो गया है. वहीं, इस मामले पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड बेखबर नजर आ रहा है.
बता दें कि ढेला नदी, राम गंगा की सहायक नदी है. जो काशीपुर के उत्तर में निकलती है. यह नदी आगे जाकर मुरादाबाद स्थित रामगंगा नदी में मिल जाती है, लेकिन ढेला नदी में शहर का गंदा पानी और कूड़ा फेंकने से प्रदूषित हो रही है. कई महीने पहले नगर निगम ने शहर के एक छोर पर बहने वाली ढेला नदी के किनारे बसी रहमत नगर कॉलोनी के मुहाने पर कटाव रोकने के लिए कूड़ा डलवाया था, लेकिन कूड़ा नदी में ना जा पाए इसका कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए. जिसके चलते कूड़ा अब धीरे-धीरे ढेला नदी में समा रहा है.
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रहमत नगर की रहने वाली अमीना ने बताया इस मामले को लेकर स्थानीय लोग कई बार प्रशासन से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन फिर भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसे में यदि ढेला नदी में जलस्तर बढ़ता है, तो कूड़ा आगे जाकर रामगंगा नदी में मिलने से प्रदूषण फैलेगा. वहीं, इस मामले पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड बेखबर है. जबकि, प्रशासन इस मामले की जांच की बात कह रहा है.