रुद्रपुर: पेट्रोलिंग के दौरान लद्दाख बॉर्डर पर शहीद किच्छा के लाल देव बहादुर का पार्थिव शरीर आज शाम या मंगलवार की सुबह तक उनके आवास लाया जाएगा. देव बहादुर की शहादत के बाद उनके किच्छा आवास पर कोहराम मचा हुआ है. शहीद के परिवार को इस दुःख की घड़ी में ढांढस बंधाने वालों का तांता लगा हुआ है. शहीद देव बहादुर के भाइयों ने भाई की शहादत पर गर्व महसूस होने की बात कही है. वहीं, स्थानीय लोगों ने राज्य सरकार से पास के ही स्टेडियम को शहीद का नाम देने की मांग की है.
शहीद के भाई किशन बहादुर और छोटे भाई अनुज ने बताया कि देव बड़े ही मिलनसार थे. जब भी घर छुट्टी में आते थे, तब बोलते थे कि उन्हें कुछ करना है. अब उन्होंने देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी है. उन्होंने कहा कि उनके भाई ने उनका सीना चौड़ा किया है. देश की खातिर उन्होंने अपना बलिदान दिया है. वह हमारे दिल में हमेशा जिंदा रहेंगे. छोटे भाई अनुज ने बताया कि वह भी आर्मी में भर्ती होने के लिए तैयारी कर रहे हैं.
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परिजनों के मुताबिक गोरखा रेजिमेंट के जवान देव बहादुर अच्छे खिलाड़ी भी थे. स्कूलिंग के दौरान वह स्टेट लेवल पर कबड्डी भी खेल चुके थे. सेना में भर्ती होने के बाद भी उन्होंने आर्मी की ओर से कबड्डी खेल कर कई इनाम हासिल किए थे. परिजनों के मुताबिक देव बहादुर साल 2016 में गोरखा रेजिमेंट में भर्ती हुए थे. मौजूदा समय में उनकी यूनिट लद्दाख में पोस्टेड है.