उधम सिंह नगर: भारत सरकार परिवार नियोजन योजना में करोड़ो रूपये खर्च कर रही है. बावजूद इसके इस योजना हवा निकलती नजर आ रही है. उधम सिंह नगर में एक ऐसा मामला सामने आया जहां पर 5 वर्ष पहले नसबंदी के बाद भी बच्चे ने जन्म लिया है. मामले का खुलासा उस वक्त हुआ जब पीड़ित ने मामले को लेकर मानवाधिकार आयोग को इसकी शिकायत की.
पीड़ित का कहना है कि उसके पास पहले ही तीन बच्चे हैं. इसकी शिकायत उन्होंने मानवाधिकार आयोग में की थी. शिकायत के बाद उधम सिंह नगर स्वास्थ्य महकने ने जांच के लिए तीन सदस्य टीम का गठन किया है. जिसने बाजपुर पहुंचकर इस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है.
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पीड़ित ने आरोप लगाया है कि नसबंदी का फेल होना डॉक्टर की बड़ी लापरवाही है. लिहाजा उन्होंने सरकार से मुआवजे की मांग की है.