खटीमाः लॉकडाउन के चलते देश के कोने-कोने में प्रवासी मजदूर फंसे हुए हैं. जिन्हें सरकार ट्रेनों और बसों के जरिए वापस लाने का काम कर रही है. बावजूद कई लोग ऐसे हैं, जो पैदल चलने को मजबूर हैं. ऐसा ही नजारा खटीमा में देखने को मिला. जहां टनकपुर से दर्जनों मजदूर पैदल ही यूपी जा रहे थे. इन मजदूरों की मदद के लिए युवा नेता भुवन कापड़ी आगे आए. उन्होंने इन मजदूरों के लिए ठहरने से लेकर खाने तक की व्यवस्था की. साथ ही बस के माध्यम से उन्हें सीतापुर भेजा. वहीं, मजदूरों ने प्रसाशन पर मदद ना करने का आरोप भी लगाया.
दरअसल, टनकपुर से पैदल ही 40 मजदूर अपने बच्चों को लेकर यूपी के सीतापुर जा रहे थे. जिन्हें कांग्रेसी नेता भुवन कापड़ी ने खटीमा में रोककर खाने पीने की व्यवस्था की. साथ ही उनके घर जाने का प्रबंधन भी किया. ये मजदूर 25 किलोमीटर दूरी पैदल ही तय कर चुके थे. सभी मजदूर शारदा खनन क्षेत्र में रेता-बजरी छानने का काम करते हैं. मजदूरों ने आरोप लगाया कि चंपावत प्रशासन ने उनके घर जाने कोई प्रबंध नहीं किया. जिसके बाद वो पैदल ही निकल पड़े.
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वहीं, कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री भुवन कापड़ी ने बताया कि बीती शाम को टनकपुर से मजदूर का दल पैदल आते दिखा था. जिन्हें उनकी टीम ने रोककर उनके लिए रात में रुकने और खाने-पीने की व्यवस्था की गई. सभी मजदूरों का प्रशासन से पास की व्यवस्था कर बस के जरिए सीतापुर यूपी के लिए रवाना किया है.