खटीमा: पिछले 15 दिनों ने अपनी 3 सूत्रीय मांगों को लेकर धरने पर बैठीं आशा वर्कर्स की कोई नहीं सुन रहा है. इसीलिए मंगलवार को उन्होंने राज्य सरकार के खिलाफ खटीमा शहर में रैली निकाली. आक्रोशित आशाओं ने राज्य सरकार से उनका वेतनमान 18 हजार रुपए प्रतिमाह करने, राज्य कर्मचारी घोषित करने और मिनी केंद्रों पर कार्यरतों को भी आशा वर्कर्स की तरह वेतन देने की मांग की है.
उत्तराखंड राज्य में आशा वर्कर्स काफी समय से अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रही हैं. सितंबर माह में राज्य सरकार से वार्ता के बाद उन्होंने अपना धरना स्थगित कर दिया था. लेकिन राज्य सरकार द्वारा उनकी मांगों पर कोई कार्यवाही न करने के बाद से उन्होंने फिर से अपना धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है.
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अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर आशा वर्कर पिछले 15 दिन से धरना प्रदर्शन कर रही हैं. मंगलवार को खटीमा शहर में आशा वर्कर्स ने एक रैली निकाली. आक्रोशित आशा वर्कर्स का कहना है कि राज्य सरकार उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दे रही है.
उनकी मांग है कि आशा वर्कर्स का वेतनमान 18 हजार प्रतिमाह किया जाए और आशायों को राज्य कर्मचारी घोषित किया जाए. राज्य सरकार द्वारा उनकी मांगें ना माने जाने पर मजबूरन आशा वर्कर्स को कड़ा कदम उठाना पड़ेगा.