रुद्रपुरः जिले में सड़क हादसों के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. इन हादसों पर लगाम लगाने के लिए एआरटीओ और परिवहन विभाग सख्त हो गया है. इसी कड़ी में एआरटीओ और परिवहन विभाग की संयुक्त टीम ने तीन दिवसीय चेकिंग अभियान चलाया. इस दौरान टीम ने 17 स्कूली बसों को सीज किया. साथ ही 18 वाहन चालकों के डीएल भी जब्त किए हैं.
जिले में सड़क हादसों पर लगाम लगाने और शराब के नशे में वाहन चलाने वालों के खिलाफ परिवहन आयुक्त के निर्देश पर एआरटीओ और परिवहन विभाग ने संयुक्त रूप से तीन दिवसीय अभियान चलाया. इस दौरान टीम ने अलग-अलग क्षेत्रों में रोडवेज और स्कूल बसों में ताबड़तोड़ छापेमारी की.
ये भी पढे़ंः विकासनगरः गैस सिलेंडर फटने से झुलसे एक ही परिवार के 7 लोग, हायर सेंटर रेफर
तीन दिन तक चले इस अभियान में उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की 110 बसों की चेकिंग की गई. इसके तहत चालकों और उपचालकों की एल्को मीटर के जरिये जांच भी की गई. हालांकि, कोई भी चालक और उपचालक शराब के नशे में नहीं पाए गए.
ये भी पढे़ंः देहरादून में पुरानी टिहरी को देखने यहां लगती है भीड़, याद कर छलक उठता है 'दर्द'
वहीं, चेकिंग के दौरान दो प्राइवेट डगामार बसों को बिना परमिट पाए जाने पर सीज किया गया. साथ ही बाजपुर में एक स्कूल बस ट्रक के नाम पर पंजीकृत पाई गई. जिसे बस बनाकर स्कूल में संचालित की जा रही थी. जिसे टीम ने सीज कर दिया. पूरे अभियान के दौरान 72 बसों के चालान, 17 प्राइवेट और स्कूल बसों को सीज किया गया.
एआरटीओ संदीप सैनी ने बताया कि परिवहन आयुक्त के निर्देश के बाद जिले में तीन दिनों का अभियान चलाया गया था. जिसमें उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के रोडवेज बसों के साथ प्राइवेट व स्कूल बसों की चेकिंग की गई. जिसमें 17 वाहनों को सीज किया गया है. 110 रोडवेज बसों की भी चेकिंग की गई है. साथ ही 18 बसों के चालकों के डीएल भी जब्त किए गए हैं.