रुद्रपुरः उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय के बेटे अंकुर की बुधवार को एक सड़क हादसे में मौत हो गई. जिसके बाद आज सुबह अंकुर के शव को उनके आवास गूलरभोज पहुंचाया गया. जहां पर मुक्ति धाम में नम आखों से उन्हें विदाई दी गई. इस दौरान उनके बड़े भाई अतुल पांडेय ने मुखाग्नि दी. उनके अंतिम यात्रा में जन सैलाब उमड़ा. जिसमें मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य, पूर्व सीएम भगत सिंह कोश्यारी और हरीश रावत समेत सभी दल के नेता शामिल रहे.
बता दें कि उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय के छोटे बेटे अंकुर पांडेय की बुधवार को बरेली में सड़क हादसे में मौत हो गई थी. इस हादसे में उनके अन्य परिवारिक मित्र मुन्ना गिरी की भी मौत हो गई. जबकि तीसरे मित्र ज्ञानेंद्र की हालत नाजुक बनी हुई है. उनका इलाज बरेली के एक निजी अस्पताल में चल रहा है. वो अभी भी कोमा में है.
जानकारी के मुताबिक अंकुर अपने पारिवारिक मित्र के छोटे भाई की शादी में शिरकत करने के लिए यूपी के गोरखपुर जा रहे थे, तभी बरेली से करीब 15 से 20 किलोमीटर दूर फरीदपुर के पास उनकी कार सामने से आ रही ट्रक से जा टकराई. जबकि साथ की अन्य दो गाड़ियों में से एक कार अनियंत्रित हो सड़क से नीचे पलट गई. हालांकि दूसरी कार में बैठे अन्य चार लोगों को मामूली चोट आईं.
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इसी कड़ी में आज सुबह अंकुर का शव गूलरभोज पहुंचा. जहां पर अंतिम दर्शन के लिए अंकुर के शव को आवास में कुछ घंटे के लिए रखा गया. जहां पर उनके पिता अरविंद पांडेय के पहुंचने के बाद गूलरभोज मुक्ति धाम में दाह संस्कार के लिए ले जाया गया. इस दौरान हजारों लोगों ने अंकुर को नम आंखों से विदाई दी. जिसमें पक्ष-विपक्ष समेत स्थानीय लोग मौजूद रहे. अंकुर की चिता को उनके बड़े भाई अतुल पांडेय ने मुखाग्नि दी. अंकुर की मौत को लेकर गूलरभोज और गदरपुर में व्यापारियों ने बाजार बंद रखा.
वहीं, पूर्व सीएम भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि कुछ समय से बीजेपी परिवार में संकट का दौर चल रहा है. बीते 15-20 दिनों में कई लोग मौत के आगोश में समा चुके हैं. बीती रात मंत्री के पुत्र अंकुर पांडेय की सड़क हादसे में मौत हो गई, जो कष्टदायी है. ऐसे में भगवान उनके परिवार को दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें.