खटीमा: अखिल भारतीय भाषा संरक्षण संगठन के राष्ट्रीय सचिव व वरिष्ठ पत्रकार रवींद्र धामी ने हिंदी को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है. भाषा को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे धामी ने पीएम से अंग्रेजी की अनिवार्यता हर स्तर पर समाप्त करने व हिंदी भाषाओं को अनिवार्य रूप से स्थापित करने की मांग की.
उन्होंने भाषा से वास्तविक इतिहास से नई पीढ़ी को रूबरू कराने की बात कही. उन्होंने अपने पत्र में भारतीय पुरातन संस्कृति के संरक्षण के लिए भारतीय भाषाओं की अनिवार्यता को बताया है.
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रवींद्र धामी वर्ष 1991 से लेकर 1999 तक भाषा आंदोलन के राष्ट्रीय स्तर पर मुख्य नेतृत्व कर्ता रहे हैं. कई बार भारतीय भाषाओं की अस्मिता लेकर दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर पर चलाये गए आंदोलन के चलते वह तिहाड़ जेल भी गए. साथ ही भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देने की मुहिम में वो लगातार लगे रहते हैं.