रुद्रपुर: जीपी पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय उधमसिंह नगर में उत्तराखंड के कृषि मंत्री गणेश जोशी ने आज 25 फरवरी को चार दिवसीय किसान मेला शुभारंभ किया. मेले में कई राज्यों के किसानों के अलावा पड़ोसी देश नेपाल के किसान भी पहुंचे और खेती की नई तकनीक व उपकरणों के बारे में जानकारी ली.
कृषि विश्वविद्यालय में हर साल किसान मेले का आयोजन किया जाता है. किसान मेले का उद्देश्य किसानों तक वैज्ञानिकों के शोध, नए बीज, अत्याधुनिक कृषि यंत्रों की जानकारी और वैज्ञानिक तरीके से खेती करने की देना है. इस मौके पर कृषि मंत्री गणेश जोशी ने महाविद्यालयों की तरफ से लगाई गई स्टॉलों का भी भ्रमण किया और उनसे जानकारी ली.
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इस दौरान कुलपति मनमोहन चौहान सहित विश्विद्यालय के तमाम अधिकारी उपस्थित रहे. मेले का आयोजन 28 फरवरी तक होगा. किसान मेले में कई संस्थानों ने किसानों के लिए अत्याधुनिक कृषि यंत्र, बीज और पौधों की प्रदर्शनी भी की. मेले में आकर्षण का केंद्र 5 फीट से लंबी लोकी रही.
इस मौके पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि साल 2023 को भारत सरकार ने इंटरनेशनल मिल्ट्स घोषित किया है. सरकार का विशेष फॉक्स मोटे अनाज और ऑर्गेनिक खेती पर है. उन्होंने कहा कि एशिया की टॉप फाइव यूनिवर्सिटी में से एक पंतनगर कृषि विश्विद्यालय है. पंतनगर कृषि विश्विद्यालय के सहयोग से हॉर्टिकल्चर और मोटा अनाज के क्षेत्र में अपने उत्पाद को दोगुना करने में कामयाब हुई है. पढ़ें- G-20 Summit 2023: रामनगर में जी-20 शिखर सम्मेलन की तैयारी जोरों पर, कार्यक्रमों को यादगार बनाने में जुटे अधिकारी
उन्होंने कहा कि जब उत्तराखंड 25 वर्ष का होगा तब तक हॉर्टिकल्चर और मोटा का उत्पादन उत्तराखंड में दोगुना होना शुरू हो जाएगा. प्राकृतिक खेती के लिए 64 हजार हेक्टेयर भूमि का चयन किया जा चुका है. प्राकृतिक खेती करने के लिए किसानों को ट्रेनिग भी दी जाएगी. सेब के उत्पादन में उत्तराखंड तीसरे नंबर पर है. उत्पादन बढ़ाने के लिए किसानों को हिमाचल ट्रेनिंग के लिए भेजा गया है. सरकार का संकल्प है कि सेब और कीवी का उत्पाद भी दोगुना हो इसके प्रयास किए जा रहे है.