खटीमा: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के गृह क्षेत्र खटीमा में प्रशासन का बुलडोजर अतिक्रमण सफाई अभियान में लगा हुआ है. प्रशासन की टीम ने बुलडोजर के जरिए 10 मकानों को ध्वस्त किया. इससे पहले प्रशासन में 3 मकानों को ध्वस्त किया. प्रशासन का कहना है कि इस कार्रवाई के करने से पहले सभी को नोटिस दिया गया था, लेकिन नोटिस के बाद भी इन लोगों ने घर खाली नहीं किया. इसीलिए ये कार्रवाई की गई.
उत्तराखंड हाईकोर्ट के आदेश पर प्रदेशभर में सरकारी भूमि और सड़कों पर हुए अतिक्रमण को हटाया जा रहा है. खटीमा में यूपी से सटे मझोला गांव में स्थानीय प्रशासन द्वारा तालाब पर अतिक्रमण कर बनाए गए मकानों को ध्वस्त किया गया. मझोला गांव में तालाब पर अतिक्रमण कर रह रहे 10 परिवारों को स्थानीय प्रशासन द्वारा अतिक्रमण हटाने का नोटिस दिया गया था. परंतु अतिक्रमणकारियों द्वारा अतिक्रमण नहीं हटाने पर 11 मई को स्थानीय प्रशासन द्वारा तीन मकानों को ध्वस्त किया गया था. साथ ही शेष मकानों को भी हटाने की मकान स्वामियों को हिदायत दी गई थी, लेकिन उन्होंने भी प्रशासन की चेतावनी को गंभीरता से नहीं लिया.
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स्थानीय प्रशासन द्वारा पुलिस की मौजूदगी में तालाब की जमीन पर अतिक्रमण कर बनाए गए बाकी सात मकानों को भी तोड़ा गया. वहीं, इस मामले में खटीमा एसडीएम रविंद्र बिष्ट ने बताया कि सरकारी जगहों पर अतिक्रमण युक्त सारी जगहों को अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा. वहीं, तालाब के मामले में उन्होंने बताया कि सारे अतिक्रमण युक्त तालाबों को 1952 की स्थिति में लाया जाएगा.