सितारगंज: बहुचर्चित छात्रवृति घोटाले में एसआईटी ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. घोटाले में नाम सामने आने के बाद से वह लगातार फरार चल रहा था. आरोपी पर 125 छात्रों के दस्तावेज कॉलेज तक पहुंचाने का आरोप था. इस पर उसे डायरेक्टर द्वारा प्रति छात्र पांच हजार रुपए देने का सौदा तय हुआ था.
प्रदेश का सबसे बहुचर्चित छात्रवृत्ति घोटाला मामले में दिनों दिन नए खुलासे हो रहे हैं. मामले में एसआईटी जांच कर रही है, जिसमें अभी तक कई कॉलेज और बड़े पदों पर बैठे रसूखदारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा चुका है. इसी कड़ी में आज जांच टीम ने सितारगंज से एक बिचौलिए को गिरफ्तार किया है.
पढ़ेंः सावधान! कालाढूंगी के इस क्षेत्र में दिखाई दे रहा गुलदार, चैन की नींद सो रहा वन महकमा
एसएसआई बच्ची सिंह बिष्ट के अनुसार, छात्रवृत्ति घोटाले में नाम सामने आने के बाद से आरोपी संजय सिंह राणा निवासी नानकमत्ता फरार चल रहा था. 125 छात्रों की छात्रवृत्ति घोटाले में आरोपी की संलिप्तता पाई गई है.
पुलिस के अनुसार, आरोपी से पूछताछ के बाद पता लगा है कि अभियुक्त को डायरेक्टर द्वारा 5000 रुपए प्रति छात्र के हिसाब से मिलने का भरोसा दिलाया गया था. पुलिस ने बताया कि छात्रवृत्ति घोटाले में पहले ही विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत है और कई भी अभियुक्त नामजद हैं. इसमें फिलहाल जांच की जा रही है. कुछ कॉलेज के डायरेक्टरों के नाम भी सामने आ रहे हैं. नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी भी शीघ्र की जाएगी.