खटीमा: गुजरात से उत्तराखंड के काठगोदाम पहुंची पहली ट्रेन में 1200 प्रवासियों की घर वापसी हुई है. इनमें से चंपावत जनपद के मात्र 6 प्रवासी है. वही चंपावत के रास्ते प्रतापगढ़ जाने वाले 254 प्रवासी हैं.
दरअसल, कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन में बाहरी राज्यों में फंसे उत्तराखंड के प्रवासियों को वापस लाने के लिए राज्य सरकार ने जहां एक ओर परिवहन निगम की बसों को सड़क पर उतारा है, तो वहीं अब रेल सेवा के माध्यम से भी प्रवासियों की राज्य वापसी का सिलसिला शुरू हो गया है. गुजरात से उत्तराखंड के काठगोदाम पहुंची पहली ट्रेन से ही 1200 प्रवासियों की राज्य वापसी हुई है, जिनमें से चंपावत जनपद के मात्र 6 प्रवासी हैं. वहीं चंपावत के रास्ते पिथौरागढ़ जाने वाले 254 प्रवासी हैं.
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आपको बता दें, चंपावत जनपद अभी तक ग्रीन जोन में है, ऐसे में जनपद को संक्रमण मुक्त बनाए रखने के लिए जनपद प्रशासन को दो मोर्चों पर सतर्कता बरतनी पड़ रही है, इन प्रवासियों को लेकर जनपद प्रशासन पूर्व से ही सतर्कता रखते हुए जनपद के तराई क्षेत्र में ही प्रवासियों की स्कैनिंग करवाने से लेकर उनके गंतव्य तक पहुंचाने व क्वारंटाइन किए जाने तक की जिम्मेदारी को निभाने में पुरजोर तरीके से लगा हुआ है.