ऋषिकेश: मेलाधिकारी ललित नारायण मिश्रा ने परमार्थ निकेतन पहुंच कर स्वामी चिदानंद सरस्वती से मुलाकात कर साल 2021 में होने वाले कुंभ को लेकर चर्चा की. स्वामी चिदानंद ने मेले को स्वच्छ, हरित, एकल उपयोग प्लास्टिक एवं थर्माकोल से मुक्त कुंभ बनाने के सुझाव दिए, साथ ही पूरे कुंभ परिसर का वातावरण सात्विक, ईको फ्रेंडली और पर्यावरण अनुकूल बनाया जाए.
स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि कुंभ परिसर में स्वच्छता, चिकित्सा शिविर, स्वच्छ जल, कूड़ादान, हैंड वाशिंग स्टेशन और जैविक शौचालय जैसी जन सुविधायें पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करायी जाये, साथ ही स्वच्छता के प्रति जागरुकता के संदेश दिए जाएं. उन्होने बताया कि इस बार परमार्थ निकेतन द्वारा विश्व स्तर पर स्वच्छता, शौचालय का प्रयोग एवं शौचालय स्वच्छता के प्रति जागरुकता को बढ़ाने के लिये कुंभ परिसर में टॉयलेट और कैफेटेरिया बनाया जाये. जिसमें टॉयलेट कमोड के आकार की कुर्सियां बनायी जायेंगी.
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उन्होंने कहा कि कुंभ मेला के दौरान कुंभ नगरी में ट्रैफिक जाम हो जाता है. जिससे आम लोगों और श्रद्धालुओं को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. इसलिये वन-वे बनाया जाए, तथा सड़कों का विस्तार इस तरह से किया जाए ताकि आवागमन सुविधाजनक हो सके.
मेले के दौरान व्यापारियों के लिए सड़कों के किनारे उचित स्थान निर्धारित किया जाए. जिससे व्यापारियों को किसी प्रकार की समस्या न हो. मेले में आने वाले श्रद्वालुओं के गाड़ियों के लिए पार्किंग बढ़ाएं जाने की जरुरत है.
अपर जिलाधिकारी कुंभ मेला ललित नारायण मिश्रा ने कहा कि स्वामी चिदानन्द के द्वारा दिये गये सुझाव अत्यंत उपयुक्त और महत्वपूर्ण है. इस पर सभी सम्बंधित विभागों और अधिकारियों से विशेष रूप से चर्चा की जायेगी.