टिहरी: बांध परियोजना के अंतर्गत कोटेश्वर बांध परियोजना के हैड्रोमेकेनिकल विभाग में काम कर रही ग्लोबल कंस्ट्रक्शन कंपनी के दो दर्जन से अधिक मजदूरों ने सात सूत्रीय मांग को लेकर कंपनी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. वहीं, मजदूरों ने मांग पूरी न होने पर काम बंद करने की चेतावनी भी दी है.
बता दें कि टिहरी बांध परियोजना के तहत कोटेश्वर बांध परियोजना के हैड्रोमेकेनिकल विभाग में काम करने वाली ग्लोबल कंपनी के 24 मजदूरों ने ग्लोबल कंपनी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. कंपनी के कर्मचारियों ने मामले में जिला प्रशासन ने शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है. कंपनी के कर्मचारियों ने शिकायत में बताया है कि ग्लोबल कंपनी के द्वारा मजदूरों को कोई सुविधाएं नहीं दी जा रही हैं, और न ही कोई राष्ट्रीय अवकाश दिए जा रहे हैं.
मजदूरों ने ग्लोबल कंस्ट्रक्शन कंपनी पर आरोप लगाते हुए कहा कि श्रमिकों के द्वारा मांग पत्र दिया गया था. जिसमें ग्लोबल कंस्ट्रक्शन कंपनी में कार्यरत मजदूरों ने 17 सितम्बर को जिला प्रशासन एवं टिहरी बांध परियोजना व जिला पुलिस अधीक्षक सहित सभी अधिकारियों को एक मांग पत्र सौंपा है. जिस पर मजदूरों ने कहा कि 17 सितम्बर से लेकर अभी तक मजदूरों की मांग पत्र पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
ये भी पढ़ें : पूर्व प्रमुख धनीलाल का बुनियादी सुविधाओं को लेकर अनिश्चितकालीन धरना
कंपनी के मजदूरों ने कहा कि जल्द से जल्द मांग पूरी नही होती तो 29 सितम्बर से औजार हड़ताल यानी टूल डाउन करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी कंपनी एवं संबंधित विभाग की होगी.
मजदूरों की ये है मांगें
- साप्ताहिक अवकाश का भुगतान एवं साप्ताहिक अवकाश में ड्यूटी करने पर दुगना भुगतान.
- राष्ट्रीय अवकाश में ड्यूटी करने पर दुगना भुगतान.
- रात्रि ड्यूटी करने पर रात्रि अलाउंस.
- वार्षिक में मिलने वाली अट्ठारह लीव, सीएल और ईएल.
- वार्षिक बोनस.
- सेफ्टी शूज एवं वर्किंग यूनिफॉर्म.
- हाइट अलाउंस
बता दें कि कोटेश्वर बांध परियोजना से 400 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जा रहा है और मजदूरों के आंदोलन पर जाने से बिजली उत्पादन प्रभावित हो सकता है. कोटेश्वर बांध परियोजना के महाप्रबंधक उमेश सक्सेना ने बताया है कि मजदूरों का मांग पत्र मिला है. उन्होंने कहा मजदूरों को सेफ्टी उपकरण मिलना जरूरी है और संबंधित ठेकेदार को बुलाकर मजदूरों की मांग पर कार्रवाई की जाएगी.