टिहरी: प्रतापनगर की थाला ग्राम पंचायत के लोगों ने मतगणना कर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है. ग्रामीणों का आरोप है कि मतदान कर्मियों ने ग्रामीणों को गुमराह किया है और हारी हुई प्रत्याशी को विजयी घोषित किया है. इस संबंध में ग्रामीणों ने डीएम और एसडीएम से शिकायत की. प्रशासन के अधिकारियों द्वारा उन्हें कोर्ट जाने की नसीहत दी गई. जिसके बाद ग्रामीणों में मतगणनाकर्मियों के खिलाफ आक्रोश है. वहीं ग्रामीण अब कोर्ट की शरण में जाने का मन बना रहे हैं.
बता दें, 21 अक्टूबर को थाला ग्राम पंचायत की मतगणना रात करीब 2:00 से 3:00 बजे संपन्न हुई. थाला ग्राम पंचायत में कुल मतदाताओं की संख्या 489 हैं. जिसमें से कुल 389 मतदान हुआ था. 389 के मतदान में सुषमा देवी को 227 मत प्राप्त हुए जिन का चुनाव निशान अनानास था और दूसरी प्रत्याशी विनीता देवी को 144 मत प्राप्त हुए, जिनका चुनाव निशान अनाज की बाली था. कुल 14 मत अमान्य निकले और 4 मत जिला पंचायत के बॉक्स में गलती से चले गए थे.
ग्रामीणों का कहना है कि जब मतगणना का कार्य पूरा हुआ तो मतगणना अधिकारी व कर्मचारियों ने सुषमा देवी को 83 मत से विजय घोषित कर दिया. जब सुषमा देवी के पति एक एकेश्वर प्रसाद ने प्रमाण पत्र मांगा तो विकासखंड के कर्मचारियों द्वारा कहा कि प्रमाण पत्र कल सुबह 10:00 बजे के बाद मिलेगा. यह सुनकर सभी हारे हुए और जीते हुए प्रत्याशी अपने गांव लौट गए. जब सुबह 10:00 बजे सोशल मीडिया पर विनीता देवी जो हारी कैंडिडेट थीं, उनको 227 मत दिखाया गया और सुषमा देवी उसको 144 दिखाकर उलटफेर किया गया.
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ग्रामीणों का आरोप है कि अधिकारियों द्वारा विनीता देवी को प्रधान पद पर विजय घोषित कर उसे प्रमाण पत्र भी थमा दिया गया. यह खबर सुनते ही सुषमा देवी के परिजन व कुछ ग्रामीण एसडीएम प्रताप नगर को इस बात से अवगत कराया. जिस पर एसडीएम प्रतापनगर अजयवीर सिंह ने कहा कि अब इस पर वो कुछ नहीं कर सकते. क्योंकि, उनके पास जो रिपोर्ट आई है उसी आधार पर वो आगे का काम करेंगे. एसडीएम ने ग्रामीणों को कोर्ट जाने की सलाह दी. इसके बाद ग्रामीण जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे, वहां, भी उनको यही जवाब मिला.
बहरहाल, ग्रामीण एसडीएम के जवाब से संतुष्ट नहीं हैं. अब ग्रामीणों का कहना है कि या तो गलती है या फिर ऐसा जानबूझकर किया गया है. अब ग्रामीण कोर्ट जाने को तैयार हैं.