टिहरी: बांध प्रभावित तल्ला उप्पू (Talla Uppu village of Tehri district) के 107 परिवार विस्थापन की मांग को लेकर 17 दिनों से झील के किनारे धरने (Villagers sit on dharna on banks of Tehri lake) पर बैठे हैं. मांगें पूरी नहीं होने पर ग्रामीणों ने जल समाधि की चेतावनी दी है. ग्रामीणों का कहना है वे 22 वर्षों से विस्थापन (Displacement demand for 22 years) की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन शासन-प्रशासन की ओर से उनकी अनदेखी की जा रही है.
ग्रामीणों ने बताया विस्थापन के सम्बंध में वे प्रधानमंत्री को भी पत्र भेज चुके हैं, लेकिन वह पत्र प्रधानमंत्री के यहां से सीधे मुख्यमंत्री के यहां पहुंचता है. मुख्यमंत्री के यहां से पुर्नवास कार्यालय पहुंचते-पहुंचते सब कुछ गायब हो जाता है. ग्रामीणों के कागज दबाकर रख दिये जाते हैं. पुनर्वास विभाग के अधिकारी हठधर्मिता अपनाए हुए हैं, जिसका खामियाजा भोले-भाले ग्रामीणों को भुगतना पड़ता है.
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वहीं, जब इस मामले में उप जिलाधिकारी अपूर्वा से पूछा गया तो उनका कहना था कि तल्ला उप्पू गांव के ग्रामीणों का मामला नीतिगत मामला है. इस मामले को लेकर ग्रामीणों की जो पूर्ण विस्थापन की मांग है, उसे मुख्यमंत्री कार्यालय को भेज दिया गया है. साथ ही गांव के सामाजिक प्रतिनिधियों द्वारा भी मुख्यमंत्री और केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह के साथ भी इस मुद्दे को लेकर बात की गई है. जिला स्तर पर तल्ला उप्पू की पूरी रिपोर्ट बनाकर शासन को भेज दी गई है. जल्द ही शासन से इसमें कुछ ठोस फैसला होगा.