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यहां सालों से मतदान से वंचित हैं ग्रामीण, पोलिंग बूथ दूर होने से नहीं देते वोट

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Published : Sep 19, 2019, 7:18 PM IST

ग्रमाण गांव से पोलिंग बूथ की दूरी करीब 7 किलोमीटर है. ऐसे में गांव के बुजुर्ग और विकलांग पोलिंग बूथ तक जाने में असमर्थ है. ऐसे में वे चाहकर भी मतदान नहीं कर सकते. उनकी मांग है कि गांव के प्राथमिक विद्यालय में ही एक बूथ बनाया जाए.

पोलिंग बूथ दूर होने से नहीं देते वोट

प्रतापनगरः पिछले कई सालों से ग्राम पंचायत ग्रमाण के बाशिदें वोट देने के अधिकार वचिंत है. क्योंकि उन्हें वोट के लिए कई किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है. ऐसे में ग्रामीणों की मांग है कि उनके गांव के नजदीक ही पोलिंग बूथ बनाया जाए.

पोलिंग बूथ दूर होने से नहीं देते वोट

बता दें कि ग्राम पंचायत ग्रमाण की बागथ बस्ती में करीब 25 से 30 परिवार निवासरत है. वहीं, इस गांव की आबादी करीब 150 है. जिन्होंने विगत कई सालों से मतदान प्रक्रिया में हिस्सा नहीं लिया है. ग्रामीणों का कहना है कि पोलिंग बूथ गांव से दूर होने की वजह से वह मतदान करने नहीं जाते हैं.

ये भी पढ़ेंःहिमालयन कॉन्क्लेवः उत्तराखंड में इस विषय पर किया गया था फोकस, जल्द सदन में पेश होगी रिपोर्ट

ग्रामीणों का कहना है कि ग्रमाण गांव से पोलिंग बूथ की दूरी करीब 7 किलोमीटर है. ऐसे में गांव के बुजुर्ग और विकलांग पोलिंग बूथ तक जाने में असमर्थ है. ऐसे में वे चाहकर भी मतदान नहीं कर सकते. उनकी मांग है कि गांव के प्राथमिक विद्यालय में ही एक बूथ बनाया जाए. जिससे सभी लोग चुनाव में अपने मत का प्रयोग कर सकें.

प्रतापनगरः पिछले कई सालों से ग्राम पंचायत ग्रमाण के बाशिदें वोट देने के अधिकार वचिंत है. क्योंकि उन्हें वोट के लिए कई किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है. ऐसे में ग्रामीणों की मांग है कि उनके गांव के नजदीक ही पोलिंग बूथ बनाया जाए.

पोलिंग बूथ दूर होने से नहीं देते वोट

बता दें कि ग्राम पंचायत ग्रमाण की बागथ बस्ती में करीब 25 से 30 परिवार निवासरत है. वहीं, इस गांव की आबादी करीब 150 है. जिन्होंने विगत कई सालों से मतदान प्रक्रिया में हिस्सा नहीं लिया है. ग्रामीणों का कहना है कि पोलिंग बूथ गांव से दूर होने की वजह से वह मतदान करने नहीं जाते हैं.

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ग्रामीणों का कहना है कि ग्रमाण गांव से पोलिंग बूथ की दूरी करीब 7 किलोमीटर है. ऐसे में गांव के बुजुर्ग और विकलांग पोलिंग बूथ तक जाने में असमर्थ है. ऐसे में वे चाहकर भी मतदान नहीं कर सकते. उनकी मांग है कि गांव के प्राथमिक विद्यालय में ही एक बूथ बनाया जाए. जिससे सभी लोग चुनाव में अपने मत का प्रयोग कर सकें.

Intro:प्रतापनगर
मतदान से वंचित ग्रामीणBody:प्रतापनगर ।
मतदान से वंचित ग्रामीण ।
प्रतापनगर विकासखंड के ग्राम पंचायत ग्रमाणगांव की बागथ बस्ती पिछले कई वर्षों से मतदान से वंचित ।
ग्रामीणों का कहना है कि बागथ बस्ती से जो पूरी तरह से हरिजन बस्ती है जिसमें लगभग 25 से 30 हरिजन परिवार निवासरत है लगभग 100 से डेढ़ सौ की जनसंख्या है और लगभग 90 से 100 वोटर्स हैं लेकिन बागथ से ग्राम पंचायत ग्रमाणगांव पोलिंग बूथ की दूरी 7 किलोमीटर गाड़ी का है और 500 मीटर पैदल है जिसके कारण ग्राम पंचायत ग्रमाणगांव का बागथ तोक जिसमें 25 से 30 हरिजन परिवार निवासरत है अधिकतम दूरी होने के कारण कभी भी मतदान नहीं कर पाते हैं खासकर बुजुर्गों और विकलांगों के लिए बहुत बड़ी समस्या है वह लोग चाहकर भी मतदान करने नहीं जा सकते युवा महिला पुरुष कभी कबार चले भी जाते हैं लेकिन बुजुर्ग और विकलांग चाह कर भी मतदान नहीं कर सकते ग्राम पंचायत ग्रमाणगांव के बागथ नामे तोक में प्राथमिक विद्यालय हैं और ग्रामीणों की मांग है कि हमारे प्राथमिक विद्यालय में ही हमारा भूत बनाया जाए जिससे हम सभी लोग अपना मत का प्रयोग कर सकें और सही प्रत्याशी चुन सकें ।
केशव रावत etv प्रतापनगर टिहरीConclusion:मतदान से वंचित ग्रामीण ।
ग्रामीणों ने बागथ प्राथमिक विद्यालय में बूत बनाने की मांग की ।
बाइट शीशपाल बरवा
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