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बिजली कटौती से बालगंगा तहसील में कामकाज ठप, विभागीय अधिकारी झाड़ रहे पल्ला

बालगंगा तहसील में लगातार घंटों बिजली कटौती से ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. आलम ये है कि तहसील परिसर में रखे जनरेटर के लिए तेल भी उपलब्ध नहीं है. ऐसे में अपने दस्तावेज बनवाने पहुंच रहे ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. उधर, बिजली विभाग के अधिकारी मामले पर पल्ला झाड़ते नजर आ रहे हैं.

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Published : Jul 6, 2019, 8:33 PM IST

बिजली कटौती से बालगंगा तहसील में कामकाज ठप

घनसालीः बालगंगा क्षेत्र में लगातार घंटों बिजली कटौती हो रही है. जिसके चलते लाटा तहसील में सभी कार्य प्रभावित हो रहे हैं. इतना ही नहीं परिसर में वैकल्पिक व्यवस्था के लिए एक जनरेटर भी रखा गया है, लेकिन रखरखाव और तेल के अभाव में वो बंद पड़ा है. ऐसे में दूर-दूराज से अपने तहसील में अपने दस्तावेज बनवाने के लिए पहुंच रहे ग्रामीणों को बैरंग ही वापस लौटना पड़ रहा है.

बिजली कटौती से बालगंगा तहसील में कामकाज ठप.

बता दें कि बालगंगा तहसील को आपदा के लिहाज से काफी संवेदनशील माना जाता है. लाटा तहसील में विभिन्न क्षेत्र के ग्रामीण अपना खाता-खतौनी जैसे जरूरी कागजात बनवाने पहुंचते हैं, लेकिन इनदिनों बिजली कटौती से स्थानीय लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. यहां तहसील परिसर में बिजली कटौती का असर देखने को मिल रहा है.

ये भी पढ़ेंः शराब माफिया को टिकट दिए जाने पर कांग्रेस का पलटवार, इंदिरा हृदयेश बोली- बीजेपी की दोहरी नीति

ग्रामीणों का कहना है कि वह दूर-दराज से काम के लिए तहसील पहुंच रहे हैं, लेकिन उनका कोई काम नहीं हो पा रहा है. सीमांत गांव मेड मारवाड़ी से पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि वो 200 रुपये किराया खर्च कर तहसील पहुंचे हैं, लेकिन बिजली ना होने से उन्हें निराश ही वापस लौटना पड़ रहा है. लोगों का कहना है कि वो मामले तो लेकर बिजली विभाग से कई बार शिकायत कर चुके हैं. बावजूद इस विभाग इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है.

ये भी पढ़ेंः शिक्षा विभाग में 21 उप शिक्षा अधिकारियों का हुआ प्रमोशन, अभी भी खाली पड़े कई पद

उधर, बिजली विभाग ने अपना पल्ला झाड़ते हुए ये मामला संबंधित ठेकेदार पर थोप दिया. उनका कहना है कि तहसील के रखरखाव का पूरा जिम्मा ठेकेदार को दिया गया है. ऐसे में वो ही बिजली सप्लाई का कार्य देख रहा है. उन्होंने कहा कि वह अपने स्तर से भी जल्द ही बिजली आपूर्ति करने का प्रयास करेंगे.

वहीं, बालगंगा तहसील लाटा के आरके भरत लाल ने बताया कि सुबह से बिजली ना होने से कामकाज में दिक्कतें आ रही है. लोगों के जरूरी काम नहीं हो पा रहे हैं. वहीं, जेनरेटर के सवाल पर कहा कि उनके पास तेल उपलब्ध नहीं है. जल्द ही तहसील में व्यवस्था सुचारु करने की कोशिश की जाएगी.

घनसालीः बालगंगा क्षेत्र में लगातार घंटों बिजली कटौती हो रही है. जिसके चलते लाटा तहसील में सभी कार्य प्रभावित हो रहे हैं. इतना ही नहीं परिसर में वैकल्पिक व्यवस्था के लिए एक जनरेटर भी रखा गया है, लेकिन रखरखाव और तेल के अभाव में वो बंद पड़ा है. ऐसे में दूर-दूराज से अपने तहसील में अपने दस्तावेज बनवाने के लिए पहुंच रहे ग्रामीणों को बैरंग ही वापस लौटना पड़ रहा है.

बिजली कटौती से बालगंगा तहसील में कामकाज ठप.

बता दें कि बालगंगा तहसील को आपदा के लिहाज से काफी संवेदनशील माना जाता है. लाटा तहसील में विभिन्न क्षेत्र के ग्रामीण अपना खाता-खतौनी जैसे जरूरी कागजात बनवाने पहुंचते हैं, लेकिन इनदिनों बिजली कटौती से स्थानीय लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. यहां तहसील परिसर में बिजली कटौती का असर देखने को मिल रहा है.

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ग्रामीणों का कहना है कि वह दूर-दराज से काम के लिए तहसील पहुंच रहे हैं, लेकिन उनका कोई काम नहीं हो पा रहा है. सीमांत गांव मेड मारवाड़ी से पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि वो 200 रुपये किराया खर्च कर तहसील पहुंचे हैं, लेकिन बिजली ना होने से उन्हें निराश ही वापस लौटना पड़ रहा है. लोगों का कहना है कि वो मामले तो लेकर बिजली विभाग से कई बार शिकायत कर चुके हैं. बावजूद इस विभाग इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है.

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उधर, बिजली विभाग ने अपना पल्ला झाड़ते हुए ये मामला संबंधित ठेकेदार पर थोप दिया. उनका कहना है कि तहसील के रखरखाव का पूरा जिम्मा ठेकेदार को दिया गया है. ऐसे में वो ही बिजली सप्लाई का कार्य देख रहा है. उन्होंने कहा कि वह अपने स्तर से भी जल्द ही बिजली आपूर्ति करने का प्रयास करेंगे.

वहीं, बालगंगा तहसील लाटा के आरके भरत लाल ने बताया कि सुबह से बिजली ना होने से कामकाज में दिक्कतें आ रही है. लोगों के जरूरी काम नहीं हो पा रहे हैं. वहीं, जेनरेटर के सवाल पर कहा कि उनके पास तेल उपलब्ध नहीं है. जल्द ही तहसील में व्यवस्था सुचारु करने की कोशिश की जाएगी.

Intro:बालगंगा तहसील लाटा में घण्टो बिजली कटौती से कामकाज हो रहा ठप्प।
दूर दराज के ग्रामीणों को 200 रुपये किराया देने के बाद भी निराश वापस जाना पड़ रहा।
तहसील परिसर में जनरेटर तो है परन्तु तेल और रख रखाव के अभाव में कई समय से बन्द पड़ा हुआ।

बिजली विभाग का कार्य ठेकेदार पर सीमित।


Body:बालगंगा तहसील लाटा में घण्टो बिजली कटौती से कामकाज हो रहा ठप्प। दूर दराज के लोगों को निराश वापस जाना पड़ रहा।
तहसील परिसर में जनरेटर तो है परन्तु तेल और रख रखाव के अभाव में कई समय से बन्द पड़ा हुआ।
गजब का प्रबंधन है यहाँ।
बालगंगा तहसील क्षेत्र लगातार बिजली कटौती की मार झेल रहा है।
जहाँ आमजन इससे परेसान है वही तहसील में भी कामकाज ठप्प पड़ जाता है।
बालगंगा तहसील आपदा के हिसाब से भी अति सेवन्दनशील है।

सीमन्त गाँव मेड मारवाड़ी से आने वाले लोगों का कहना है कि 200 रुपये किराया खर्च करने के बाद भी उनके खाता खतौनी जैसे जरूरी कागज भी नही बन रहे है।

बिजली विभाग का कहना है कि उन्होंने ठेकेदार को इस क्षेत्र की राखरखाव का पूरा जिम्मा दे दिया है
आदमी भी बढ़ाये गए है लेकिन हालात बद से बदतर होते जा रहे है।
जहां बिजली विभाग ठेकेदार को काम का जिम्मा सौंपकर अपना पल्ला सिर्फ झाड़ देता है और जल्द बिजली आपूर्ति की बात कहता है।

एक तरफ जहां ठेकेदारों को काम का फायदा पहुंच रहा है वहीं दूसरी तरफ क्षेत्र की जनता बिजली कटौती से उपजने वाली समस्यायों से त्राहि -त्राहि कर रही है।

पूरे तहसील क्षेत्र की व्यवस्था देखने वाले बालगंगा तहसील कार्यलय लाटा की दशा ही स्वयं देखने लायक बन चुकी है।

एक तरफ टिहरी जैसे विशालकाय बांध में सी प्लेन उतारने जैसे भारी भरकम सौदे किये जा रहे है वहीं बिजली जैसी बुनियादी जरूरतों के बिना लोगों का काफी पैसा और समय बर्बाद हो रहा है।
हालात यह है कि बिजली विभाग के बेलगाम ठेकेदार मालदार होते जा रहे है और गरीब जनता का खून पसीने के पैसा उसकी छोटी सी बुनयादी जरूरतो के लिए लुटता जा रहा है।

अब तो हालात यह हो चुके है कि जब दिन भर की कटौती से भी विभाग का मन नही भर रहा है तो रात को भी बिजली कटौती तबियत से कर रहे है।
बार-बात बिजली विभाग के अधिकारियों को बार बात होने बिजली वाली बिजली कटौती के बारे में शिकायत की जा रही है परन्तु हलात सुधरने की जगह और बिगड़ते जा रहे है।

एक गरीब आदमी 20 रुपये की खाता खतौनी के लिए 200 से भी अधिक रकम तथा एक दिन से भी ज्यादा समय लगाने पर भी उसे प्राप्त नही कर पा रहा है।
आज उक्त मामले पर बिजली विभाग के अधिकारियों को बताया गया परन्तु जब जिलाधिकारी टेहरी गढ़वाल को उक्त बात की सूचना दी गयी उसके बाद ढाई बजे के बाद बिजली आयी वह भी ठीक सवा तीन बजे चली गयी।

ठेकेदार मौज में है और जनता सोच में है।
हर तरह की प्रबंधन की पोल बालगंगा तहसील में खुल रही है।
मामले की जानकारी देने के लिए तहसीलदार बालगंगा वहां मौजूद नही थे बताया गया कि वह अवकाश पर है
परन्तु बालगंगा तहसील लाटा के आरके भरत लाल ने बताया कि सुबह से लाइट नही आने से कामकाज में व्यवधान आ रहा है।
जेनरेटर होने के सवाल पर उनका कहना था कि उसके लिए तेल नही है।
आखिर यह सब हो क्या रहा है ।
कहाँ है प्रबंधन के वादे।

बाइट1 - सतीश नेगी भू लेखाकार
बाइट2 :-आरके भरत लाल
बाइट 3: रमेश ग्रामीण
बाइट 4:- पीटीसी हर्षमनी उनियालConclusion:बालगंगा तहसील लाटा में पिछले एक महीने से लगातार हो रही बेतहाशा बिजली कटौती से कामकाज ठप्प पड़ता जा रहा है।
ठेकेदारों के भरोसे चल रहा बिजली विभाग को केवल ठेकेदारों की चिंता।
जनता को हो रही तकलीफ की जिम्मेदारी किसकी।
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