टिहरीः ऋषिकेश गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-94) पर बनी पहली टनल से आवाजाही शुरू हो गई है. यह टनल टिहरी जिले के चंबा के पास बनाई गई है. इस टनल से गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा पर आने वाले पर्यटकों को आवाजाही में सहूलियत मिल गई है. उन्हें अब चंबा शहर की जाम नहीं झेलनी पड़ेगी. साथ ही उनकी समय की बचत भी होगी.
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा (Chardham Yatra in Uttarakhand) सुगम और सुरक्षित होने वाली है. पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट ऑलवेदर रोड परियोजना को बड़ी सफलता मिली है. दरअसल, सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने चंबा के मज्यूड़ गांव से गुल्डी तक के 440 मीटर लंबी टनल के काम को पूरा कर दिया है. जिसे आवाजाही के लिए भी खोल दिया गया है. जिससे चारधाम यात्रियों के साथ आम लोगों को चंबा में लगने वाले जाम से छुटकारा मिल जाएगा.
ऑस्ट्रेलियन तकनीक से तैयार हुई टनलः ऑलवेदर रोड परियोजना के तहत टिहरी जिले के चंबा शहर में ऑस्ट्रेलियन तकनीक एनएटीएम यानी न्यू ऑस्ट्रेलियन टेक्नोलॉजी मेथड (New Australian Technology Method) से 440 लंबी सुरंग बनाई गई है. उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में सड़क पर बनने वाली यह सबसे बड़ी और पहली सुरंग है.
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बता दें कि पहले गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा पर आने वाले यात्री चंबा शहर में घंटों जाम में फंसे रहते थे. जिस कारण पर्यटक और यात्रियों का काफी परेशानी होती थी. ऐसे में वो समय पर यमुनोत्री और गंगोत्री नहीं पहुंच पाते थे. इसके अलावा उत्तरकाशी, टिहरी जाने वाले लोगों को भी जाम के झाम से जूझना पड़ता था, लेकिन अब उनकी आवाजाही आसान हो गई है.
क्या है ऑल वेदर रोड प्रोजेक्ट: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिसंबर 2016 में ऑलवेदर रोड परियोजना (All Weather Road Project) की शुरुआत की थी. इसे जिसे चारधाम प्रोजेक्ट भी कहते हैं. करीब 11,700 करोड़ रुपए की इस परियोजना के तहत उत्तराखंड के चारों धामों- गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ को आपस में जोड़ने की योजना है. जिस पर काम चल रहा है.