टिहरीः हर साल की तरह ही इस बार भी श्री बदरीश पंचांग का विमोचन हो गया है. कुंभ नगरी देवप्रयाग में युवा पुरोहित संगठन ने वैशाखी के पर्व के मौके पर इस पंचांग का तृतीय संस्करण का विमोचन किया. इस बार पंचांग को सरल और हिंदी में बनाया गया है, जिसे हर कोई श्रद्धालु आसानी से पढ़ सकता है. वहीं, इस पंचाग को बदरीनाथ में प्रसाद के रुप में दिया जाता है.
देवप्रयाग के संगम पर शुक्रवार को श्री बदरीश युवा पुरोहित संगठन ने श्री बदरीश पंचांग के तृतीय संस्करण का विधि विधान के साथ विमोचन किया. इस दौरान कार्यक्रम में हजारों श्रद्धालु शामिल हुए. साथ ही कार्यक्रम में श्रद्धालुओं के लिए विशाल भंडारे का आयोजन भी किया गया.
श्री बदरीश युवा पुरोहित संगठन के अध्यक्ष गौरव ने बताया कि इस पंचांग को सरल और हिंदी में बनाया गया है. कोई भी आसानी से इसकी तिथियों को जान सकता है. उन्होंने कहा कि वो तीन सालों से लगातार बनाते आ रहे हैं. बदरीनाथ मंदिर में सुबह के समय विशेष महापूजा की जाती है. उस दौरान जो भी श्रद्धालु इस पूजा में सम्मिलित होते हैं, उन्हें ये बदरीश पंचांग प्रसाद के रूप में दिया जाता है.
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उन्होंने बताया कि इस पंचांग को लेने के लिए देश-विदेश के श्रद्धालु पहुंचते हैं. उनकी काफी मांग रहती है. उत्तराखंड में ही नहीं बल्कि देश-विदेशों में अभी तक बानी भूषण और महीधर के पंचांग को ही लोग उपयोग में लाते हैं, लेकिन अब लोग श्री बदरीश पंचांग को उपयोग में ला रहे हैं. जिसे हिंदी में बनाया गया है.