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'श्री बदरीश' का हुआ विमोचन, बदरीनाथ में दर्शन के बाद प्रसाद में मिलेगा ये पंचांग

श्री बदरीश पंचांग के तृतीय संस्करण को सरल और हिंदी में बनाया गया है, जिसे हर कोई श्रद्धालु आसानी से पढ़ सकता है.

श्री बदरीश पंचांग का विमोचन.
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Published : Apr 13, 2019, 9:13 AM IST

Updated : Apr 13, 2019, 10:52 AM IST

टिहरीः हर साल की तरह ही इस बार भी श्री बदरीश पंचांग का विमोचन हो गया है. कुंभ नगरी देवप्रयाग में युवा पुरोहित संगठन ने वैशाखी के पर्व के मौके पर इस पंचांग का तृतीय संस्करण का विमोचन किया. इस बार पंचांग को सरल और हिंदी में बनाया गया है, जिसे हर कोई श्रद्धालु आसानी से पढ़ सकता है. वहीं, इस पंचाग को बदरीनाथ में प्रसाद के रुप में दिया जाता है.


देवप्रयाग के संगम पर शुक्रवार को श्री बदरीश युवा पुरोहित संगठन ने श्री बदरीश पंचांग के तृतीय संस्करण का विधि विधान के साथ विमोचन किया. इस दौरान कार्यक्रम में हजारों श्रद्धालु शामिल हुए. साथ ही कार्यक्रम में श्रद्धालुओं के लिए विशाल भंडारे का आयोजन भी किया गया.

जानकारी देते श्री बदरीश युवा पुरोहित संगठन के अध्यक्ष गौरव.


श्री बदरीश युवा पुरोहित संगठन के अध्यक्ष गौरव ने बताया कि इस पंचांग को सरल और हिंदी में बनाया गया है. कोई भी आसानी से इसकी तिथियों को जान सकता है. उन्होंने कहा कि वो तीन सालों से लगातार बनाते आ रहे हैं. बदरीनाथ मंदिर में सुबह के समय विशेष महापूजा की जाती है. उस दौरान जो भी श्रद्धालु इस पूजा में सम्मिलित होते हैं, उन्हें ये बदरीश पंचांग प्रसाद के रूप में दिया जाता है.

ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड के बाद अब हरदा ने असम में संभाला मोर्चा, जीत दिलाना बनी बड़ी चुनौती

उन्होंने बताया कि इस पंचांग को लेने के लिए देश-विदेश के श्रद्धालु पहुंचते हैं. उनकी काफी मांग रहती है. उत्तराखंड में ही नहीं बल्कि देश-विदेशों में अभी तक बानी भूषण और महीधर के पंचांग को ही लोग उपयोग में लाते हैं, लेकिन अब लोग श्री बदरीश पंचांग को उपयोग में ला रहे हैं. जिसे हिंदी में बनाया गया है.

टिहरीः हर साल की तरह ही इस बार भी श्री बदरीश पंचांग का विमोचन हो गया है. कुंभ नगरी देवप्रयाग में युवा पुरोहित संगठन ने वैशाखी के पर्व के मौके पर इस पंचांग का तृतीय संस्करण का विमोचन किया. इस बार पंचांग को सरल और हिंदी में बनाया गया है, जिसे हर कोई श्रद्धालु आसानी से पढ़ सकता है. वहीं, इस पंचाग को बदरीनाथ में प्रसाद के रुप में दिया जाता है.


देवप्रयाग के संगम पर शुक्रवार को श्री बदरीश युवा पुरोहित संगठन ने श्री बदरीश पंचांग के तृतीय संस्करण का विधि विधान के साथ विमोचन किया. इस दौरान कार्यक्रम में हजारों श्रद्धालु शामिल हुए. साथ ही कार्यक्रम में श्रद्धालुओं के लिए विशाल भंडारे का आयोजन भी किया गया.

जानकारी देते श्री बदरीश युवा पुरोहित संगठन के अध्यक्ष गौरव.


श्री बदरीश युवा पुरोहित संगठन के अध्यक्ष गौरव ने बताया कि इस पंचांग को सरल और हिंदी में बनाया गया है. कोई भी आसानी से इसकी तिथियों को जान सकता है. उन्होंने कहा कि वो तीन सालों से लगातार बनाते आ रहे हैं. बदरीनाथ मंदिर में सुबह के समय विशेष महापूजा की जाती है. उस दौरान जो भी श्रद्धालु इस पूजा में सम्मिलित होते हैं, उन्हें ये बदरीश पंचांग प्रसाद के रूप में दिया जाता है.

ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड के बाद अब हरदा ने असम में संभाला मोर्चा, जीत दिलाना बनी बड़ी चुनौती

उन्होंने बताया कि इस पंचांग को लेने के लिए देश-विदेश के श्रद्धालु पहुंचते हैं. उनकी काफी मांग रहती है. उत्तराखंड में ही नहीं बल्कि देश-विदेशों में अभी तक बानी भूषण और महीधर के पंचांग को ही लोग उपयोग में लाते हैं, लेकिन अब लोग श्री बदरीश पंचांग को उपयोग में ला रहे हैं. जिसे हिंदी में बनाया गया है.

Intro:बद्रीनाथ मंदिर में सुबह के समय हर दिन होने वाली महाभिशेख पूजा के दौरान श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में दी जाने वाली बद्रीश पंचांग का देवप्रयाग में श्री बद्री युवा पुरोहित संगठन के द्वारा किया गया विमोचन


Body:कुंभ नगरी देवप्रयाग में आज श्री बद्रीश पंचांग का तृतीय संस्करण का विमोचन किया गया हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी श्री बद्रीश पंचांग का विमोचन बद्री युवा पुरोहित संगठन द्वारा वैशाखी के पर्व पर किया गया बैसाखी के दिन यहां पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु व स्थानीय लोग इकट्ठे होते हैं और देवप्रयाग के संगम में 12 बजे तक भण्डारे में शामिल होते है इस संगठन के अध्यक्ष गौरव ने बताया कि इस पंचांग को सरल व हिंदी में बनाया गया है जिसे हर कोई श्रद्धालु आसानी से पढ़ सकता है और असानी से इसको तिथियां को जान सकता है साथ ही इसे 3 सालों से लगातार बनाते आ गए हैं जो भी यात्री बद्रीनाथ की यात्रा पर आता है और बद्रीनाथ के दर्शन करता है तो उस दौरान बद्रीनाथ मंदिर में सुबह के समय महा विशेष पूजा की जाती है उस समय जो श्रद्धालु पूजा में सम्मिलित होते हैं उनको यहां बद्रीश पंचांग प्रसाद के रूप में दिया जाता है इस पंचांग को लेने के लिए देश-विदेश के श्रद्धालु मांग करते आ रहे हैं उत्तराखंड में ही नहीं बल्कि देश विदेशों में अभी तक बानी भूषण और महीधर के पंचांग को ही लोग उपयोग में लाते हैं परंतु अब पिछले 3 सालों से लोग श्री बद्रीश पंचांग को उपयोग में ला रहे है जिसे हिंदी में बनाया गया है


Conclusion: पंच प्रयाग के देवप्रयाग में आज 12 अप्रैल को श्री बद्रीश पंचांग के तृतीय संस्करण का विमोचन का कार्यक्रम श्री बद्रीश युवा पुरोहित संगठन के द्वारा देवप्रयाग के संगम पर किया गया श्री बद्रीश पंचांग का विमोचन बड़े विधि विधान के साथ आज बैसाखी के पर्व पर किया गया इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए हजारों श्रद्धालु व दूरदराज के क्षेत्रों से यात्रि पहुंचे हुए थे साथ ही इन श्रद्धालुओं के लिए विशाल भंडारे की व्यवस्था की गई यह भंडारा रात को 12:बजे तक चला

बाइट गौरव अध्यक्ष बद्रीश युवा रोहित संगठन

इसके विजुअल एफटीपी से भेजे गए हैं

यह खबर किसी के पास नही है

Last Updated : Apr 13, 2019, 10:52 AM IST
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