टिहरी: लंबे समय से नई टिहरी का अंतरराज्यीय बस अड्डा बदहाल बना हुआ है. जगह-जगह डामर और सीसी सड़क उखड़ गई है. वहीं बस अड्डे में बना रैन बसेरा और अन्य सरकारी दुकानें अतिक्रमण और बदहाली का शिकार बनी हुई हैं. नालियां बंद होने से बरसात का पानी दुकानों और होटलों में बह रहा है. नई टिहरी के बौराड़ी बस अड्डे से प्रत्येक दिन ऋषिकेश, हरिद्वार, देहरादून, लंबगांव, घनसाली, श्रीनगर, पौड़ी, कीर्तिनगर, जाखणीधार आदि क्षेत्रों के लिए बसें आती-जाती हैं.
लेकिन बस अड्डे पर बिखरा कंक्रीट और धूल उड़ने से दुकानदारों के साथ ही राहगीरों को भी परेशानी उठानी पड़ रही है. बस अड्डे पर नगर पालिका ने अब तक करीब एक करोड़ रुपये खर्च किए हैं, लेकिन स्थिति अच्छी नहीं है. स्थानीय लोग पालिका से बस अड्डे की मरम्मत कराने की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. निराश्रितों के लिए पालिका का रैन बसेरा और अन्य दुकानें भी खस्ताहाल बनी हुई हैं.
जगह-जगह अतिक्रमण से बस अड्डे की व्यवस्था और खराब हो गई है. स्थानीय लोगों ने बस अड्डे की दुकानों में एआरटीओ कार्यालय के संचालन की मांग की है. डीएम डॉ सौरभ गहरवार ने भी नगर पालिका के ईओ अनिल पंत को बीते सप्ताह हुई बैठक में बस अड्डे की डीपीआर बनाने के निर्देश दिए हैं. कहा कि इस कार्य के लिए लोनिवि का सहयोग लेकर सीसी और अन्य जरूरी कार्यों को समाहित किया जाए. ईओ अनिल पंत का कहना है कि जल्द ही डीपीआर तैयार की जाएगी.
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विधायक टिहरी किशोर उपाध्याय ने कहा कि मास्टर प्लान से बनाए गए टिहरी शहर में तत्कालीन समय में टीएचडीसी ने अंतरराज्यीय बस अड्डे का निर्माण किया था. लेकिन रखरखाव और पालिका की अनदेखी से बस अड्डा बदहाल है. रैन बसेरा, शौचालय, दुकानों में अतिक्रमण और गंदगी पसरी हुई है. इसे नगर पालिका को जल्द ठीक करना चाहिए.