टिहरी: प्रदेश में चार धाम यात्रा चरम पर है. वहीं, मानसून भी दस्तक देने को तैयार है. ऐसे में केन्द्र सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट चारधाम परियोजना, ऑलवेदर रोड निर्माण और ऋषिकेश-गंगोत्री हाइवे पर चल रहा काम बड़ी आपदा का कारण बन सकता है. कार्यदायी कम्पनी की मनमानी के चलते अनियोजित मलबा डंपिंग किए जाने के कारण मानसून के दौरान बड़ा हादसा होने की संभावना है.
चार धाम परियोजना-ऑलवेदर रोड कटिंग का कार्य प्रगति पर है, लेकिन मलबा निस्तारण के लिए अधिकांश डंपिंग जोन नियमों को ताक पर रखकर गलत तरीके से खड़ी ढलान पर बनाए गए हैं. कई स्थानों पर तो निर्माण कार्य में लगे ठेकेदारों द्वारा कलवटों के पीछे मलबा अनियोजित रूप से डंप कर दिया गया है. मानक के अनुसार, बचाव के लिए पक्की सुरक्षा दीवार बनाने या ह्यूम पाइप डालने का कार्य भी नहीं किया गया है.
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एनजीटी के आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए मलबा डंप किया जा रहा है. वहीं, मौसम विभाग 20 जून से प्री-मानसून की बात कह रहा है.
पिछले दिनों टिहरी डीएम सोनिका ने कण्डीसौड़ पहुंच यात्रा तैयारी का जायजा लिया था. साथ ही सड़क के ऊपर की तरफ डंपिंग मलबे को हटाने के निर्देश ठेकेदार और कम्पनी के जीएम को दिए थे. लेकिन ठेकेदारों की मनमानी के चलते मलबा 10 मीटर दूर गदेरे के नाले के पीछे धकेल दिया गया, जो बारिश में नाला बन्द करके सड़क को ही क्षतिग्रस्त कर सकता है.