टिहरीः उत्तराखंड में एक ऐसे आईएएस अधिकारी भी हैं, जो अपने प्रशासनिक दायित्वों का बखूबी निर्वहन करने के साथ ही समय निकालकर सामाजिक कार्यों में हाथ आजमाते हैं. जो न केवल दूसरों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं. बल्कि, उन अधिकारियों के लिए सीख है, जो अपने काम को गंभीरता से नहीं करते हैं. जी हां, टिहरी के डीएम सौरभ गहरवार जुलाई 2022 से लेकर अभी तक 444 से ज्यादा अल्ट्रासाउंड कर चुके हैं. इतना ही नहीं डीएम गहरवार खुद ही चालान करने सड़क पर भी उतर जाते हैं. यही वजह है कि डीएम गहरवार अक्सर सुर्खियों में रहते हैं.
टिहरी डीएम सौरभ गहरवार निभाते हैं डॉक्टर की भूमिकाः टिहरी डीएम सौरभ गहरवार ने जब से जिलाधिकारी का पदभार संभाला है, तब से लेकर अभी तक 444 से ज्यादा अल्ट्रासाउंड कर चुके हैं. जिनमें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेलेश्वर घनसाली में 341 अल्ट्रासाउंड किए. जबकि, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चंबा में 76 अल्ट्रासाउंड, जिला चिकित्सालय बौराड़ी में 16, उप जिला चिकित्सालय नरेंद्रनगर में 41 अल्ट्रासाउंड शामिल हैं. डीएम सौरभ गहरवार प्रत्येक रविवार या अवकाश के दिन जिले के स्वास्थ्य केंद्रों का दौरा करते हैं. जहां वे व्यवस्थाएं जांचने के साथ ही मरीजों का हाल चाल जानते हैं.
टिहरी जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने रविवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेलेश्वर पहुंचे. जहां उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लेने के साथ ही 43 अल्ट्रासाउंड भी किए. जिसमें 30 गर्भवती महिला और 13 जनरल अल्ट्रासाउंड शामिल हैं. इस दौरान उन्होंने बेलेश्वर अस्पताल में इलाज कराने पहुंचे मरीजों से भी बातचीत कर उनका हाल चाल जाना. अगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेलेश्वर की बात करें तो अभी तक डीएम गहरवार 27 नवंबर 2022 को 82 अल्ट्रासाउंड, 4 दिसंबर 2022 को 80 अल्ट्रासाउंड, 22 जनवरी 2023 को 87 अल्ट्रासाउंड किए. इसके बाद बीती 13 मार्च 2023 को भी उन्होंने 49 मरीजों का अल्ट्रासाउंड किया था.
बता दें कि सौरभ गहरवार प्रशासनिक सेवा में आने से पहले रेडियोलॉजिस्ट के तौर पर कार्यरत थे. उनका मानना है कि जहां-जहां अल्ट्रासाउंड मशीनें हैं, वहां पर मरीजों को अल्ट्रासाउंड की सुविधा उपलब्ध होने चाहिए. ताकि मरीजों का समय पर अल्ट्रासाउंड के साथ इलाज भी शुरू कर सके. आज जब डीएम गहरवार ने बेलेश्वर अस्पताल में अल्ट्रासाउंड किया, उस दौरान जिला चिकित्सालय बौराड़ी के सीएमएस अमित रॉय समेत स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे. वहीं, जनता खुद को किसी अधिकारी को इतना करीब पाते हैं तो उनकी सादगी को देख सराहना करना भी नहीं भूलते.