टिहरी: नरेंद्रनगर के अन्तर्गत शीशम झाड़ी और मुनि की रेती क्षेत्र में कोरोना तेजी से फैल रहा है. बीते दिनों इस क्षेत्र में कोरोना के 30 मामले सामने आ चुके हैं. ऐसे में मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएम मंगेश घिल्डियाल ने मौके पर जाकर तीनों कंटेनमेंट जोन का निरीक्षण किया. वहीं, निरीक्षण के दौरान उन्होंने कोरोना की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. वहीं, इस दौरान एसएसपी डॉक्टर योगेंद्र सिंह रावत भी उपस्थित रहे.
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने स्वास्थ विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि कंटेनमेंट जोन के प्रत्येक बुजुर्गों से लेकर बच्चे तक का सैंपल जांच हेतु लेकर लैब भेजा जाए. वहीं, शीशम झाड़ी क्षेत्र के ऐसे विभिन्न मार्ग जो ऋषिकेश या आस्था पथ की तरफ खुलते हों. उसे पूर्णता बंद किए जाने के निर्देश दिए हैं. जिलाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया है कि अनावश्यक व्यक्ति किसी भी दशा में कंटेनमेंट जोन में प्रवेश न करने पाए. वहीं, बफर जोन में गतिविधियां यथावत रहेगी.
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इसके बाद डीएम मंगेश ने मुनिकी रेती सभागार में आयोजित बैठक में स्वास्थ्य विभाग और तमाम फ्रंटलाइन वर्कर्स को निर्देश दिए कि वे बिना पीपीई किट के किसी भी दशा में कंटेनमेंट जोन में प्रवेश ना करें. कंटेनमेंट जोन में रह रहे व्यक्तियों को आवश्यक खान-पान की वस्तुओं की कोई कमी ना हो, इस हेतु पूर्ति विभाग, राजस्व, पुलिस विभाग के अधिकारियों को संयुक्त रूप से कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं.
डीएम ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि अगले 28 दिन तक कंटेनमेंट जोन में प्रत्येक दिन एक्टिव सर्विलांस चलाया जाए. शीशम झाड़ी क्षेत्र में एक्टिव सर्विलांस और स्क्रीनिंग का कार्य निर्बाध रूप से चलता रहे. इस हेतु स्वास्थ्य विभाग की 7 से 10 अतिरिक्त टीमों की तैनाती के भी निर्देश दिए हैं. शीशम झाड़ी क्षेत्र में मास्क न पहनने वाले व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के साथ ही जागरूकता अभियान भी चलाया जाए.
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जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी नरेंद्र नगर युक्ता मिश्र को निर्देश दिए हैं कि विगत 10 दिनों में मेडिकल स्टोर द्वारा बेची गई बुखार के लिए पेरासिटामोल जैसी दवाओं की जानकारी प्राप्त करें. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कोरोना पॉजिटिव केस वाले व्यक्तियों को बिना चिकित्सक परामर्श के बुखार या पेरासिटामोल जैसी दवा देने वाले मेडिकल स्टोर संचालक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाए. बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा कि कोरोना संक्रमण को रोकने में तैनात पुलिस सहित तमाम फ्रंट लाइन वर्कर्स को दूसरों की सुरक्षा के साथ-साथ स्वयं की सुरक्षा को भी प्राथमिकता देनी होगी.