टिहरी/रुद्रप्रयागः शासन ने साल-2019 के शैलेश मटियानी राज्य शैक्षिक पुरस्कार पाने वाले शिक्षकों की सूची जारी कर दी है. सूची में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कई शिक्षकों को शामिल किया है. इसी कड़ी में टिहरी से डायट में तैनात एक प्रवक्ता और रुद्रप्रयाग से दो शिक्षकों का चयन हुआ है. शिक्षकों के चयन होने पर उनके विद्यालयों में खुशी का माहौल है.
टिहरीः डायट के डॉ. वीर सिंह रावत को मिला राज्य स्तरीय शैलेश मटियानी पुरस्कार
टिहरी डायट में प्रवक्ता पद पर तैनात डॉ. वीर सिंह रावत को शैलेश मटियानी राज्य पुरस्कार मिला है. डॉ. वीर सिह रावत ने वनस्पति विज्ञान से मार्शा, चौलाई (रामदाना) पर पीएचडी की है. अध्यापन के साथ साथ रचनात्मक, शैक्षिक, सांस्कृतिक विषयों पर भी शोध किया है.
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बता दें कि, टिहरी डायट से लगातार तीसरे साल राज्य पुरस्कार के लिए शिक्षकों का चयन हुआ है. साथ ही टिहरी डायट को राज्य स्तर पर सर्वश्रेष्ठ डायट का पुरस्कार भी मिला है. डॉ. वीर सिंह रावत इससे पहले टिहरी के ज्ञानसू इंटर कॉलेज और खांड गजा हाईस्कूल में प्रधानाध्यापक के पद पर सेवा दे चुके हैं.
उन्होंने राजकीय इंटर कॉलेज पौखाल (टिहरी गढ़वाल) से इंटरमीडिएट की है. जबकि, उच्च शिक्षा और पीएचडी, एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय स्वामी राम तीर्थ परिसर टिहरी से की है. साथ ही इसी परिसर मे दो सालों तक अंशकालिक प्रवक्ता के पद पर सेवा दी है.
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रुद्रप्रयागः दो शिक्षकों का शैलेश मटियानी पुरस्कार के हुआ चयन, समाज के लिए बने प्रेरणा
जिले से शैलेश मटियानी पुरस्कार के लिए दो शिक्षक माधव नेगी और सुधा सेमवाल का चयन हुआ है. दोनों शिक्षक कर्तव्यनिष्ठ, जुझारू, लग्नशील और आदर्श शिक्षक के रूप में जाने जाते हैं. माधव सिंह नेगी का जन्म 1971 में जिले के पैलिंग गांव में हुआ था. माधव ने साल 1997 में सरकारी शिक्षक के रूप में राप्रावि देवाल (चमोली) में अपनी सेवाएं शुरू की थी. उसके बाद राप्रावि बरसिर जखोली में साल 2004 तक और अब वर्तमान में राप्रावि जैली ब्लॉक जखोली में सेवाएं दे रहे हैं.
साल 2011 में बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रयत्नशील माधव का प्रधानाध्यापक पद पर पदोन्नति भी मिला. माधव छात्र-छात्राओं की बेहतर शिक्षण व्यवस्था के लिए लगातार प्रयासरत रहते हैं. उन्होंने खुद के व्यय पर वार्षिक बाल पत्रिका शिशुलोक का प्रकाशन और संपादन का कार्य शुरू किया है. जिसके अब तक लगातार 6 संस्करण प्रकाशित हो चुके हैं. पत्रिका में शिक्षकों के साथ विद्यार्थियों को अपने विचारों को व्यक्त करने का सुनहरा मौका मिल रहा है.
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हर साल उनके स्कूल से कई छात्र छात्राओं का चयन नवोदय विद्यालय के लिए होता है. वे हर ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन छुट्टी के समय विभिन्न विषयों को लेकर कार्यशालाओं का आयोजन करवाते हैं. स्कूल में अलग-अलग विषय के विशेषज्ञों को बुलाकर बच्चों के साथ उनकी बातचीत करवाते हैं. जिससे बच्चों के आत्मविश्वास में वृद्धि होती है.
शिक्षक माधव नेगी को साल 2015 में राज्यपाल पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है. सामाजिक दायित्वों के प्रति भी उनकी भागीदारी रहती है. गरीब कन्याओं की शादी हो या किसी गरीब असहाय की बीमारी में मदद करना हो तो माधव हमेशा आगे रहते हैं.
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वहीं, शिक्षिका सुधा सेमवाल वर्तमान में राइका दैड़ा में तैनात हैं. छात्रों के भविष्य को लेकर शिक्षिका सेमवाल काफी मेहनत करती हैं. विज्ञान और योग के क्षेत्र में वे बेहतर कार्य कर रही हैं. शुरुआत में प्राथमिक विद्यालयों में रहते हुए सुधा ने भाषा की दक्षताओं और गणीतय दक्षताओं पर सरानीय कार्य किया. खेलकूद स्तर पर भी इनके कुशल नेतृत्व में छात्रों ने जिले से लेकर राज्य में स्थान हासिल किया है.