टिहरी: हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय के छात्रावास में रह रहे 350 से अधिक छात्र-छात्राएं कॉलेज गेट पर धरने पर बैठ गए हैं. इन छात्रों ने विवि प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि यहां पर हमें ना तो शुद्ध खाना दिया जाता है. न ही शुद्ध पानी मिल रहा है. यहां तक कि जिस वॉश बेसिन में हाथ धुलते हैं उसी वॉश बेसिन में आलू धुला जा रहा है. ठंड के दिनों में गीजर भी नहीं लगे हैं. ये मामला गढ़वाल विवि के बादशाहीथौल परिसर का है.
परिसर में अव्यवस्था का आलम: छात्रों का आरोप है कि छात्रावास की खिड़कियों में कांच नहीं लगे हैं. इस कारण उनको ठंड में रहना पड़ रहा है. साथ ही प्रबंधन पर आरोप लगाया कि शौचालय टूटी फूटी अवस्था में है. शौचालय में पानी की व्यवस्था भी नहीं है. इस कारण उन लोगों को बहुत समस्या का सामना करना पड़ता है. खाना खाते समय भी छात्रों को पानी भी उपलब्ध नहीं हो पाता है. छात्रों का आरोप है कि पानी के फिल्टर शो पीस बने हैं.
अनेक राज्यों के छात्र बादशाहीथौल में पढ़ते हैं: यह कॉलेज सेंट्रल यूनिवर्सिटी का परिसर है. इस कॉलेज में आंध्र प्रदेश, जम्मू कश्मीर, लद्दाख, दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, केरल, पंजाब, नागालैंड, मिजोरम और राजस्थान के छात्र पढ़ने के लिए आए हुए हैं. इन छात्रों का आरोप है कि यहां पर कोई सुविधा नहीं दी जा रही है. कॉलेज के गेट पर अव्यवस्थाओं को दूर करने की मांग को लेकर 350 से अधिक छात्र-छात्राएं धरने पर बैठ गए हैं. इनका कहना है कि जब तक मांगें पूरी नहीं होती हैं, तब तक धरना जारी रहेगा. छात्र छात्राओं के धरने से पढ़ाई व्यवस्था ठप हो गई. छात्र रात को भी मुख्य गेट पर धरने पर बैठे थे.
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प्रभारी निदेशक का बयान: वहीं प्रभारी निदेशक डब्ल्यूएस नेगी ने कहा कि बजट नहीं है. इस कारण इस तरह की समस्याएं आ रही हैं. नेगी ने कहा कि छात्र छात्राओं का धरना गलत है. वॉश बेसिन में आलू रखने पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है. प्रभारी निदेशक सब कुछ ठीक बता रहे हैं. उधर छात्र छात्राओं का धरना प्रदर्शन जारी है.