टिहरी: झील के किनारे देवभूमि कंस्ट्रक्शन के द्वारा बनाई गई सड़क का आजतक डामरीकरण नहीं हो पाया है. जिसके खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है. यहां से गुजरने वाले वाहनों और सवारियों को टूटी-फूटी, उबड़ खाबड़ सड़क से गुजारना पड़ रहा है. सड़क की हालत ऐसी है कि यहां कभी भी कोई दुर्घटना हो सकती है. वाबजूद इसके लोक निर्माण विभाग बौराड़ी इस मामले में लापरवाह बना हुआ है.
बता दें टिहरी जिले के प्रताप नगर विधानसभा के अंतर्गत टिहरी झील के किनारे सांदणा बैंड से रोलाकोट होते हुए डोबरा चांठी पुल तक लगभग 10 किलोमीटर की सड़क देवभूमि कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा बनाई गई है. आश्चर्य की बात यह है कि तीन साल बीतने के बाद भी इस सड़क का डामरीकरण नहीं हो पाया है. जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
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इस सड़क को बनाने के लिए लोक निर्माण विभाग के साथ देवभूमि कंस्ट्रक्शन कंपनी ने अनुबंध किया था. जिसमें इस सड़क का निर्माण 12 अप्रैल 2018 को शुरू हुआ. 11 अक्टूबर 2018 को इसका काम पूरा होना था, लेकिन सड़क तो बनी, मगर सड़क के दोनों तरफ फैली मिट्टी के स्लैब नहीं हटाए गए. न ही आजतक इस सड़क का डामरीकरण हो पाया है.
इस सड़क को बनाने के लिए अनुमानित लागत 7 करोड़ 40 लाख के लगभग स्वीकृत हुई थी. जिसमें नाबार्ड के द्वारा 6 करोड़ 70 लाख के लगभग धन मिला, लेकिन इसके बाद भी आजतक इस सड़क का डामरीकरण नहीं हुआ है. आज भी इस टूटी-फूटी सड़क से हजारों वाहन प्रतिदिन गुजरते हैं.
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ग्रामीणों ने लोक निर्माण विभाग बौराड़ी के अधिकारियों पर इस सड़क का डामरीकरण न किए जाने का आरोप लगाया है. साथ ही ग्रामीणों ने लोक निर्माण विभाग को चेतावनी दी है कि अगर अचार संहिता से पहले इस सड़क का डामरीकरण नहीं हुआ तो ग्रामीण लोक निर्माण विभाग बौराड़ी के खिलाफ बड़ा आंदोलन करेंगे. ईटीवी भारत ने इस सड़क की पूरी डिटेल निकालकर लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के सामने रखी, इसके बाद भी लोक निर्माण विभाग के अधिकारी काम करने को तैयार नहीं हैं.