टिहरी: टिहरी झील के ऊपर बने एक दर्जन से अधिक गांव को जोड़ने वाला स्यासु झूला पुल का जिला प्रशासन द्वारा मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया गया है. जिसके बाद ग्रामीणों ने डीएम मयूर दीक्षित का आभार जताया है. ऐसे में ग्रामीण चिन्यालीसौड़ और प्रतापनगर से नई टिहरी जिला मुख्यालय के लिए आवागमन कर सकते हैं. साथ ही ऋषिकेश जाने के लिए स्यासु-चोंधर-मोटना से डोबरा चांठी पुल मार्ग का उपयोग कर सकते हैं.
ग्रामीणों ने डीएम से पुल मरम्मत करने की उठाई मांग: पुल की वेल्डिंग और डामर उखड़ गया है. जिससे कई वाहन दुर्घटना ग्रस्त हो गए हैं. आलम ये है कि पुल सिर्फ दो कोने से लोहे की पत्ती के टुकड़े पर टिका हुआ है. जिससे कभी भी पुल टूटकर टिहरी झील में समा सकता है. ऐसे में स्यासु पुल के आसपास जुड़े एक दर्जन से अधिक गांव के ग्रामीणों ने डीएम टिहरी से पुल बनानें की मांग उठाई थी. जिसके बाद ग्रामीणों की सुरक्षा को देखते हुए लोक निर्माण विभाग बौराड़ी को तत्काल पुल की मरम्मत करने के निर्देश दिए गए.
2005 में बनाया गया था स्यासु झूला पुल: इस पुल का निर्माण 2005 में किया गया था. इस पुल की मरम्मत कई बार हुई, लेकिन घटिया तरीके से मरम्मत होने के कारण पुल का डामरीकरण एक महीने में उखड़ने लगा था. वहीं, इस बार अगर ठेकेदार द्वारा घटिया तरीके से मरम्मत कार्य किया गया, तो ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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वहीं, डीएम मयूर दीक्षित ने कहा कि पुल की मरम्मत का काम शुरू कर दिया गया है. पुल की मरम्मत करने में दो महीनें का समय लगेगा जिससे स्यासु झूला पुल पर वाहनों का आवागमन बंद रहेगा. ऐसे में लोग चिन्यालीसौड़ और प्रतापनगर से नई टिहरी जिला मुख्यालय आ-जा सकते हैं.
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