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रोड बंद होने से एंबुलेंस में कराहती रही प्रसव पीड़िता, बच्चे की मौत

भारी बारिश से डोबरा चांठी पुल क्षेत्र के सिराई के पास सड़क पर भारी मलबा आ गया. जिसमें अन्य वाहनों के साथ प्रसव पीड़िता को ले जा रही एंबुलेंस भी फंस गई. इस दौरान प्रसव पीड़िता दर्द से कराहती रही. किसी तरह महिला को जिला अस्पताल बौराड़ी पहुंचाया गया. जहां डॉक्टरों ने महिला की डिलीवरी करवाई, लेकिन बच्चे की पहले ही मौत हो चुकी थी.

pregnant woman stuck in Ambulance
प्रसव पीड़िता फंसी
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Published : Jul 6, 2022, 11:48 AM IST

Updated : Jul 6, 2022, 12:49 PM IST

टिहरीः उत्तराखंड में मॉनसून कहर बरपाने लगा है. आज प्रदेश के कई हिस्सों में झमाझम बारिश हो रही है. टिहरी जिले में भी बारिश से नदी नाले उफान पर हैं. आज सुबह भी डोबरा चांठी पुल क्षेत्र के सिराई के पास सड़क पर भारी मलबा आ गया है. जिसमें अन्य वाहनों के साथ प्रसव पीड़िता को ले जा रही एंबुलेंस भी फंस गई. इस दौरान प्रसव पीड़िता दर्द से कराहती रही. वहीं, किसी तरह महिला को जिला अस्पताल बौराड़ी पहुंचाया गया. जहां डॉक्टरों ने महिला की डिलीवरी करवाई, लेकिन बच्चे की पहले ही मौत हो चुकी थी.

दरअसल, आज सुबह 5 बजे डोबरा चांठी पुल और जाख पुल के बीच सिराई के पास मलबा आ गया, जिससे सड़क बंद हो गई. सड़क बंद होने से लंबगांव से प्रसव पीड़िता को टिहरी जिला अस्पताल ले जा रही एक एंबुलेंस भी फंस गई. बताया जा रहा है कि प्रसव पीड़िता राखी धारमंडल के कफलोग गांव की रहने वाली है. पीड़िता अपने मायके पनियाला गई हुईं थीं, जिसे अचानक प्रसव पीड़ा हुई. जिसके बाद ग्रामीण उसे लंबगांव अस्पताल लाए, जहां से डॉक्टरों ने उसे जिला अस्पताल टिहरी के लिए रेफर कर दिया. लेकिन बारिश से मलबा आने से एंबुलेंस रास्ते में ही फंस गई. पीड़िता एंबुलेंस में ही दर्द से चीखती रही.

एंबुलेंस में कराहती रही प्रसव पीड़िता.

ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड में बारिश का कहर, टिहरी में मलबे में दबी कार

महिला की हालत नाजुक, नवजात की मौतः वहीं, प्रसव पीड़िता महिला को जिला अस्पताल बौराड़ी पहुंचाया गया. जहां डॉक्टरों ने महिला की डिलीवरी करवाई, लेकिन बच्चे की पहले ही मौत हो चुकी थी. जिला अस्पताल बौराड़ी के डॉ. अमित राय ने बताया कि महिला की हिस्ट्री के मुताबिक वो 2 दिनों से प्रसव पीड़ा से पीड़ित थी. जैसे ही महिला को अस्पताल लाया गया, अस्पताल प्रबंधन द्वारा तत्काल महिला का इलाज शुरू किया गया. उन्होंने बताया कि बच्चे का हाथ बाहर आने से फंसा हुआ था. फिर ऑपरेशन के माध्यम से बच्चे को बचाने का प्रयास किया गया, लेकिन बच्चे की पहले ही मौत हो गई थी. महिला को आईसीयू में भर्ती किया गया है.

DM ने लगाई जमकर फटकारः वहीं, मामले की सूचना टिहरी डीएम ईवा आशीष श्रीवास्तव के पास पहुंच गई. जिस पर डीएम ने लोक निर्माण विभाग और आपदा प्रबंधन विभाग को जमकर फटकार लगाई. साथ ही तत्काल सड़क खोलने के निर्देश दिए. जिसके बाद लोनिवि की टीम तत्काल जेसीबी लेकर मौके पर पहुंची और मलबा हटाया. मलबा हटने के बाद ही आवाजाही सुचारू हो पाई. वहीं, डीएम ने सीएमओ को अस्पताल में उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए, ताकि महिला का इलाज हो सके.

लापरवाह अधिकारी कब नींद से जागेंगे? बता दें कि एक हफ्ते पहले डीएम ईवा श्रीवास्तव ने सभी अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने को कहा था, लेकिन लग रहा अधिकारी उनके निर्देश को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं. आज डीएम की फटकार से संबंधित अधिकारी जागे और आनन-फानन में मौके पर रवाना हुए. वहीं, डीएम ने लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की चेतावनी दी है.

टिहरीः उत्तराखंड में मॉनसून कहर बरपाने लगा है. आज प्रदेश के कई हिस्सों में झमाझम बारिश हो रही है. टिहरी जिले में भी बारिश से नदी नाले उफान पर हैं. आज सुबह भी डोबरा चांठी पुल क्षेत्र के सिराई के पास सड़क पर भारी मलबा आ गया है. जिसमें अन्य वाहनों के साथ प्रसव पीड़िता को ले जा रही एंबुलेंस भी फंस गई. इस दौरान प्रसव पीड़िता दर्द से कराहती रही. वहीं, किसी तरह महिला को जिला अस्पताल बौराड़ी पहुंचाया गया. जहां डॉक्टरों ने महिला की डिलीवरी करवाई, लेकिन बच्चे की पहले ही मौत हो चुकी थी.

दरअसल, आज सुबह 5 बजे डोबरा चांठी पुल और जाख पुल के बीच सिराई के पास मलबा आ गया, जिससे सड़क बंद हो गई. सड़क बंद होने से लंबगांव से प्रसव पीड़िता को टिहरी जिला अस्पताल ले जा रही एक एंबुलेंस भी फंस गई. बताया जा रहा है कि प्रसव पीड़िता राखी धारमंडल के कफलोग गांव की रहने वाली है. पीड़िता अपने मायके पनियाला गई हुईं थीं, जिसे अचानक प्रसव पीड़ा हुई. जिसके बाद ग्रामीण उसे लंबगांव अस्पताल लाए, जहां से डॉक्टरों ने उसे जिला अस्पताल टिहरी के लिए रेफर कर दिया. लेकिन बारिश से मलबा आने से एंबुलेंस रास्ते में ही फंस गई. पीड़िता एंबुलेंस में ही दर्द से चीखती रही.

एंबुलेंस में कराहती रही प्रसव पीड़िता.

ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड में बारिश का कहर, टिहरी में मलबे में दबी कार

महिला की हालत नाजुक, नवजात की मौतः वहीं, प्रसव पीड़िता महिला को जिला अस्पताल बौराड़ी पहुंचाया गया. जहां डॉक्टरों ने महिला की डिलीवरी करवाई, लेकिन बच्चे की पहले ही मौत हो चुकी थी. जिला अस्पताल बौराड़ी के डॉ. अमित राय ने बताया कि महिला की हिस्ट्री के मुताबिक वो 2 दिनों से प्रसव पीड़ा से पीड़ित थी. जैसे ही महिला को अस्पताल लाया गया, अस्पताल प्रबंधन द्वारा तत्काल महिला का इलाज शुरू किया गया. उन्होंने बताया कि बच्चे का हाथ बाहर आने से फंसा हुआ था. फिर ऑपरेशन के माध्यम से बच्चे को बचाने का प्रयास किया गया, लेकिन बच्चे की पहले ही मौत हो गई थी. महिला को आईसीयू में भर्ती किया गया है.

DM ने लगाई जमकर फटकारः वहीं, मामले की सूचना टिहरी डीएम ईवा आशीष श्रीवास्तव के पास पहुंच गई. जिस पर डीएम ने लोक निर्माण विभाग और आपदा प्रबंधन विभाग को जमकर फटकार लगाई. साथ ही तत्काल सड़क खोलने के निर्देश दिए. जिसके बाद लोनिवि की टीम तत्काल जेसीबी लेकर मौके पर पहुंची और मलबा हटाया. मलबा हटने के बाद ही आवाजाही सुचारू हो पाई. वहीं, डीएम ने सीएमओ को अस्पताल में उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए, ताकि महिला का इलाज हो सके.

लापरवाह अधिकारी कब नींद से जागेंगे? बता दें कि एक हफ्ते पहले डीएम ईवा श्रीवास्तव ने सभी अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने को कहा था, लेकिन लग रहा अधिकारी उनके निर्देश को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं. आज डीएम की फटकार से संबंधित अधिकारी जागे और आनन-फानन में मौके पर रवाना हुए. वहीं, डीएम ने लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की चेतावनी दी है.

Last Updated : Jul 6, 2022, 12:49 PM IST
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