टिहरीः जिले के रिंडोल गांव के राजेश रतूड़ी की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस का दावा है कि राजेश का शव मिलने के एक सप्ताह के भीतर पुलिस ने तत्परता से हत्या का खुलासा किया है. हत्या का आरोपी गंभीर सिंह उर्फ गम्मा और राजेश के बीच महिला मित्र को लेकर हुए विवाद को लेकर हत्या हुई थी. एसएसपी तृप्ति भट्ट ने तत्परता से हत्या के खुलासे के लिए पुलिस टीम को ढाई हजार रुपये का इनाम दिया है.
वहीं, हत्या का खुलासा करते हुये एसएसपी तृप्ति भट्ट ने बताया कि नई टिहरी कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत बीती 5 मार्च को धारमंडल पट्टी के रिंडोल गांव के मणिराम रतूड़ी ने अपने 24 वर्षीय पुत्र राजेश रतूड़ी की गुमशुदगी दर्ज करवाई थी कि वह बाजार से घर नहीं लौटा. जिस पर पुलिस ने खोजबीन की. 9 मार्च को राजेश का शव सांधणा-मदन नेगी साइकिल ट्रैक के नीचे झील के पास संदिग्ध अवस्था में मिला. परिजनों ने शक के आधार पर आईपीसी की धारा 302/201 के तहत हत्या का मामला कोतवाली में दर्ज करवाया गया.
वहीं, मामले के खुलासे के लिए टीम का गठन किया गया. टीम ने विवेचना शुरू की. विवेचना में क्षेत्र की महिला पर ग्रामीणों ने शक जाहिर करते हुए पुलिस को अवगत कराया. पुलिस ने बिना किसी दबाव में आए साक्ष्यों के आधार पर गहन विवेचना जारी रखी. राजेश के साथ रहने वाले गंभीर सिंह नेगी उर्फ गम्मा की भूमिका प्रकाश में आई. इस पर पुलिस द्वारा कड़ी पूछताछ की गई. जिसके बाद गम्मा ने जुर्म कुबूलते हुये बताया कि महिला मित्र को लेकर राजेश के साथ विवाद हुआ था. जिससे दोनों के बीच रंजिश चली आ रही थी. मौका मिलने पर राजेश की हत्या कर दी और शव को अपने वाहन में लादकर झील में फेंकने के मकसद से सांधणा-मदन नेगी साइकिल ट्रैक के नीचे फेंक दिया.
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आरोपी की निशानदेही पर राजेश के मोबाइल के टुकड़े व बैग भी बरामद किया है. आरोपी को न्यायलय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है. हत्या का खुलासा करने वाली टीम में एसएचओ देवेंद्र रावत, एसआई अमन चड्ढा, एसआई मयंक त्यागी, एसआई सद्दाम हुसैन, कांस्टेबलों में राजेंद्र सिंह नेगी, यशपाल सिंह, भरत सिंह, विजयपाल, उबेद उल्ला, राकेश, दीपक, मुकेश खण्डूड़ी आदि शामिल रहे.