टिहरी: सीएमओ टिहरी ने संविदा पर कार्यरत दो कर्मचारियों की सेवा समाप्त कर दी. दोनों कर्मचारियों की बहाली की मांग को लेकर एनएचएम संगठन ने कार्य बहिष्कार किया. साथ ही उन्होंने सीएमओ पर उत्पीड़न का आरोप भी लगाया.
जानकारी के मुताबिक बीती नौ सितंबर को सीएमओ टिहरी ने सीएचसी चंबा में संविदा पर कार्यरत अंजली सती और फकोट में कार्यरत आशा फैसिलेटर रुकमणी डबराल की सेवा समाप्त करने का आदेश जारी किए थे. जिसके बाद से ही एनएचएम कर्मचारी संगठन में गुस्सा है. उन्होंने कर्मचारियों की बहाली की मांग करते हुए सीएमओ कार्यालय के मुख्य गेट पर धरना-प्रदर्शन किया.
इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि जब तक कर्मचारियों की बहाली नहीं की जाती है, तब तक कार्य बहिष्कार जारी रहेगा. हटाए गई कर्मचारी अंजलि सती ने सीएमओ पर उत्पीड़न का आरोप भी लगाया है. उन्होंने कहा कि सिर्फ उनका ही ट्रांसफर किया गया है, जबकि उन्होंने कोरोना काल में काफी अच्छा कार्य किया है. जबकि उनके छोटे-छोटे बच्चे हैं. उन्होंने सीएमओ पर ट्रांसफर के नाम पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है.
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एनएचएम संगठन के प्रदेश अध्यक्ष सुनील भंडारी व जिलाध्यक्ष ओम प्रकाश बिजल्वाण ने कहा कि हटाए गए दोनों कर्मचारियों ने कोरोना महामारी के दौरान अपने सभी कार्यों को पूरी ईमानदारी से किया है. बावजूद इसके सीएमओ टिहरी ने दो कर्मचारियों को सेवा से हटा दिया है. जब तक हटाए गए कर्मचारियों की बहाली नहीं होती, तब तक कार्य बहिष्कार जारी रहेगा.
वहीं इस बारे में जब सीएमओ सुमन आर्य से बात की गई तो उन्होंने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों का खंडन किया. उन्होंने कहा कि कोरोना काल को देखते हुए स्थानांतरण किया था. जब उन्होंने नियमों का पालन नहीं किया तो इनके खिलाफ कार्रवाई की गई है.