धनौल्टी: उत्तराखंड की चारधाम यात्रा का आज 2 मई को विधिवत शुभारंभ हो चुका है. 3 मई गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खोले जाएंगे. इसके पहले सोमवार 2 मई को राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने ऋषिकेश से 25 बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, लेकिन कपाट खुलने से पहले ही चारधाम यात्राओं की तैयारी की पोल खुल गई है.
गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के लिए तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को NH-94 पर रमोलधार पास कई घंटे जाम में फंसे रहे. ये मार्ग लैंडस्लाइड की वजह से बंद हो गया था, जिसे खोलने में करीब 14 घंटे का समय लगा. ऐसे में तीर्थ यात्रियों को हाईवे पर ही कई घंटे सूरज की तपिश झेलनी पड़ी. तीर्थ यात्री दिन भर मार्ग खुलने के इंतजार करते रहे. 1 मई की रात से 2 मई दोपहर तक हाईवे पूरी तरह बंद रहा है.
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बता दें कि चारधाम यात्रा मार्ग पर ऑलवेदर रोड का काम चल रहा है, जिसकी वजह से जगह-जगह पहाड़ों की कटिंग की जा रही है. सरकार की तरफ से दावा किया गया था कि चारधाम यात्रा मार्ग को दुरुस्त कर दिया गया है, लेकिन NH-94 पर रमोलधार पास जिसे तरह से हाईवे 14 घंटे बंद रहा है.
उससे ऑलवेदर की कार्यदायी संस्था, प्रशासन और सरकार के दावों की पोल खोल कर रख दी है. बीआरओ और कार्यदायी कंपनी की तरफ से पहले दिन ही चारधाम यात्रियों को कड़वा अनुभव मिला. सबसे बड़ा सवाल है कि निर्माण कार्य में लगी कम्पनी की लगातार मिल रही शिकायतों के बाबजूद बीआरओ एवं प्रशासन कंपनी पर कार्रवाई करने से क्यों कतरा रहे हैं?