टिहरी: ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे परियोजना से प्रभावित गांव अटाली, बल्दियाखान व कंडारसैण के ग्रामीणों की समस्याओं के निस्तारण के लिए गठित समिति की उप जिलाधिकारी ने बैठक आयोजित की. उप जिलाधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में रेलवे विकास निगम, कार्यदायी संस्थाओं के अलावा प्रभावित क्षेत्र के ग्राम प्रधान, पीड़ित व सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद थे.
ग्रामीणों ने बताई अपनी समस्या: विदित हो कि रेलवे टनल निर्माण के हैवी ब्लास्टिंग से अटाली, बल्दियाखान व कंडारसैंण के ग्रामीणों के मकानों में दरारें बढ़ती जा रही हैं, अटाली में तो खेतों में भी दरारें पड़ गई हैं. बैठक में प्रभावित गांव के ग्रामीणों ने उचित मुआवजे के साथ हर हालत में विस्थापन की मांग की है, तथा रात्री में ब्लास्टिंग न करने की मांग की है. उप जिलाधिकारी देवेंद्र सिंह नेगी, आरबीएनएल के डीजीएम भूपेंद्र सिंह, प्रशासनिक प्रबंधक अजय प्रताप सिंह, जल संस्थान के सहायक अभियंता आनंद सिंह, विजय ने पीड़ित ग्रामीणों व प्रधानों की समस्याओं को सुना.
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रात को नहीं की जाएगी ब्लास्टिंग: अधिकारियों ने बैठक में बताया कि परियोजना निर्माण से हुए नुकसान की मौके पर जाकर रिपोर्ट तैयार की जा चुकी है. और मुआवजे की उचित कार्रवाई की जाएगी, ग्रामीणों की मांग पर निर्णय लिया गया कि रात को ब्लास्टिंग नहीं की जाएगी. पीड़ित ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि मुआवजा व विस्थापन की मांग को तुरंत अमल में लाया जाए, अन्यथा उन्हें बड़े आंदोलन के लिए सड़कों पर उतरने को मजबूर होना पड़ेगा. पीड़ित ग्रामीणों की ओर से बैठक में विमला देवी, सुनील राणा, विकास चंद्र, गजेंद्र राणा, वंदना भंडारी, संगीता नेगी, मदन आदि मौजूद थे.