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मदन कौशिक के बयान पर भड़के ग्राम प्रधान, दिया धरना

शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक ने सोशल मीडिया पर ग्राम प्रधानों को लेकर एक बयान दिया था. जिसमें उन्होंने कहा है कि ग्राम प्रधानों को लोगों को क्वारंटाइन करने की व्यवस्था के लिए धनराशि दी गई है. इस बयान के वायरल होने पर नाराज होकर सभी ग्राम प्रधानों ने अपने-अपने क्षेत्र में सांकेतिक धरना प्रदर्शन पर नाराजगी जताई.

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ग्राम प्रधानों ने मदन कौशिक के बयान पर दिया धरना.
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Published : May 24, 2020, 5:08 PM IST

धनौल्टी: उत्तराखंड सरकार के शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक ने सोशल मीडिया पर ग्राम प्रधानों को लेकर एक बयान दिया था. जिसमें उन्होंने कहा है कि ग्राम प्रधानों को लोगों को क्वारंटाइन करने की व्यवस्था के लिए धनराशि दी गई है. लेकिन ग्राम प्रधानों ने इस धनराशि को अपने जेब में भरकर सारी व्यवस्था गुल कर दी. इस बयान के वायरल होने पर नाराज होकर सभी ग्राम प्रधानों ने अपने-अपने क्षेत्र में सांकेतिक धरना प्रदर्शन कर नाराजगी जताई.

बता दें कि विकासखंड थौलधार के प्रधान संगठन के अध्यक्ष रविंद्र राणा ने बताया कि यह धरना प्रदर्शन ग्राम प्रधानों की विभिन्न मांगों को लेकर किया गया है. साथ ही कहा कि उत्तराखंड के शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक द्वारा दिए गए शर्मनाक बयान जिसमें उन्होंने कोविड-19 से लड़ने के लिए ग्राम प्रधानों को पर्याप्त धनराशि मुहैया करवाने की बात कही है. जबकि अभी तक ग्राम प्रधानों के खाते में एक रुपए की भी धनराशि प्राप्त नहीं हुई है.

ग्राम प्रधानों ने मदन कौशिक के बयान पर दिया धरना.

यह भी पढ़ें: उत्तराखंड: दून में गर्मी और उमस ने किया बेहाल, पर्वतीय क्षेत्र में हो सकती है हल्की बारिश

प्रधान संगठन के अध्यक्ष ने कहा कि इस बयान के सोशल मीडिया पर जमकर वायरल होने से ग्राम प्रधानों की छवि धूमिल हुई है. साथ ही सभी प्रधानों के मान-सम्मान को भी ठेस पहुंची है. साथ ही कहा कि एक ओर जहां कोविड 19 के कारण सभी ग्राम सभाओं के विकास कार्य ठप्प पड़े हैं. वहीं दूसरी ओर ग्राम पंचायतों के 15वें वित्त से मिलने वाली धनराशि से 25 फीसदी की कटौती कर दी गई है. रविंद्र राणा ने मांग किया है कि मदन कौशिक को शीघ्र ही अपने बयान को वापस लेकर जनता और प्रधानों के बीच धन मुहैया कराने की सही जानकारी देकर भ्रम को दूर करना चाहिए. वहीं उन्हें कोविड-19 के चलते क्वारंटाइन सेंटरों में रह रहे प्रवासियों की मदद हेतु धनराशि उपलब्ध करवाना चाहिए.

धनौल्टी: उत्तराखंड सरकार के शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक ने सोशल मीडिया पर ग्राम प्रधानों को लेकर एक बयान दिया था. जिसमें उन्होंने कहा है कि ग्राम प्रधानों को लोगों को क्वारंटाइन करने की व्यवस्था के लिए धनराशि दी गई है. लेकिन ग्राम प्रधानों ने इस धनराशि को अपने जेब में भरकर सारी व्यवस्था गुल कर दी. इस बयान के वायरल होने पर नाराज होकर सभी ग्राम प्रधानों ने अपने-अपने क्षेत्र में सांकेतिक धरना प्रदर्शन कर नाराजगी जताई.

बता दें कि विकासखंड थौलधार के प्रधान संगठन के अध्यक्ष रविंद्र राणा ने बताया कि यह धरना प्रदर्शन ग्राम प्रधानों की विभिन्न मांगों को लेकर किया गया है. साथ ही कहा कि उत्तराखंड के शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक द्वारा दिए गए शर्मनाक बयान जिसमें उन्होंने कोविड-19 से लड़ने के लिए ग्राम प्रधानों को पर्याप्त धनराशि मुहैया करवाने की बात कही है. जबकि अभी तक ग्राम प्रधानों के खाते में एक रुपए की भी धनराशि प्राप्त नहीं हुई है.

ग्राम प्रधानों ने मदन कौशिक के बयान पर दिया धरना.

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प्रधान संगठन के अध्यक्ष ने कहा कि इस बयान के सोशल मीडिया पर जमकर वायरल होने से ग्राम प्रधानों की छवि धूमिल हुई है. साथ ही सभी प्रधानों के मान-सम्मान को भी ठेस पहुंची है. साथ ही कहा कि एक ओर जहां कोविड 19 के कारण सभी ग्राम सभाओं के विकास कार्य ठप्प पड़े हैं. वहीं दूसरी ओर ग्राम पंचायतों के 15वें वित्त से मिलने वाली धनराशि से 25 फीसदी की कटौती कर दी गई है. रविंद्र राणा ने मांग किया है कि मदन कौशिक को शीघ्र ही अपने बयान को वापस लेकर जनता और प्रधानों के बीच धन मुहैया कराने की सही जानकारी देकर भ्रम को दूर करना चाहिए. वहीं उन्हें कोविड-19 के चलते क्वारंटाइन सेंटरों में रह रहे प्रवासियों की मदद हेतु धनराशि उपलब्ध करवाना चाहिए.

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