प्रतापनगरः एक ओर सरकार 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' का नारा बुलंद कर रही है. वहीं, दूसरी ओर बालिकाओं की शिक्षा को लेकर उदासीन रवैया बना हुआ है. इसकी बानगी टिहरी जिले के प्रतापनगर में देखने को मिल रही है. जहां छात्राएं कॉलेज में सुविधाएं के अभाव में परेशान है.
गौर हो कि प्रतापनगर क्षेत्र में मात्र एक बालिका इंटर कॉलेज है, जहां बुनियादी सुविधाओं की भारी कमी है. वर्तमान में बालिकाओं की संख्या दिन प्रतिदिन घटती जा रही है, जिसका सबसे बड़ा कारण विद्यालय में लैब का न होना, कंप्यूटरों का खराब पड़े रहना, खेल मैदान का अभाव है. साथ ही विद्यालय के कई कमरे जीर्णशीर्ण स्थिति में हैं, जिसके कारण विद्यालय में पठन-पाठन का कार्य सुचारू नहीं हो पा रहा है.
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वहीं, विद्यालय में आज 135 छात्राएं अध्ययनरत हैं. विद्यालय में शैक्षणिक सुविधाएं न होने से बहुत परेशानी हो रही है. वहीं, विद्यालय में लगे कंप्यूटर भी शोपीस बने हुए हैं. वर्तमान में विद्यालय में स्टाफ लगभग पूरा है लेकिन विद्यालय में संसाधनों का अभाव है, जिसके कारण छात्राओं को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है. ऐसे में बेटियों की शिक्षा को लेकर सरकार के बड़े-बड़े दावे हवा साबित हो रहे हैं.