टिहरी: किसान पेंशन योजना में गड़बड़ियों के लेकर ग्रामीणों ने जांच की मांग उठाई है. इस मामले में ग्रामीणों पत्र लिखकर मुख्यमंत्री से दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. ग्रामीणों का आरोप है कि गांव में कई किसान ऐसे हैं, जिन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिल रहा है. जबकि, इस स्कीम में फर्जीवाड़ा करके गांव के ही कुछ लोग बिना जमीन के किसान पेंशन दी जा रही है.
बता दें कि कुछ समय से रौलाकोट समेंत कई गांवों के किसानों के खाते में किसान पेंशन का पैसा नहीं पहुंचा है. ऐसे में किसानों में खासा रोष व्याप्त है. वहीं, ग्रामीणों का आरोप है कि विभागीय अधिकारियों के मिलीभगत से रौलाकोट समेत कई ऐसे गांव के किसानों के हिस्से की पेंशन को इन लोगों को दिया जा रहा है. जिनके नाम से जमीन तक नहीं है.
पढ़ें- एसएसजे परिसर में आश्वासन के बाद छात्रों ने आंदोलन किया स्थगित
वहीं, रौलाकोट निवासी सुनील थपलियाल ने इस फर्जीवाड़े को लेकर मुख्यमंत्री समाधान पोर्टल में शिकायत की हैं. जिससे फर्जीवाड़ा में शामिल लोगों पर कड़ी कार्रवाई हो सके. थपलियाल का कहना है कि गांव में कई किसान ऐसे हैं, जिन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिल रहा है. जबकि, फर्जीवाड़ा करके गांव के ही कुछ लोग बिना जमीन के किसान पेंशन पा रहे हैं. उनकी मांग है कि इन गांवों में दोबारा सत्यापन करवाया जाए.
इस मामले को लेकर कृषि अधिकारी शशिकमल का कहना है कि किसान पेंशन स्कीम की गाइडलाइन में साफ लिखा गया है कि राजस्व विभाग के अभिलेखों में जिसके नाम पर जमीन दर्ज है. उसे ही इस योजना का लाभ मिलेगा.