धनौल्टी: अंतरराष्ट्रीय मैराथन धावक अतुल कुमार चोकसे इन दिनों उत्तराखंड के गोमुख से गंगासागर तक की पैदल यात्रा पर हैं. मूल रूप से नागपुर महाराष्ट्र के रहने वाले अतुल कुमार चोकसे ने यह पैदल यात्रा 6 नवंबर को शुरू की थी. इनके द्वारा गोमुख ग्लेशियर को बचाने व गंगा को प्रदूषण मुक्त करने का संदेश दिया जा रहा है.
बता दें, अतुल कुमार चोकसे की यह यात्रा भारत के दूसरे सबसे बड़े ग्लेशियर गंगोत्री को बचाने को लेकर जो 30 किलोमीटर के दायरे में फैला है और हमारी राष्ट्रीय धरोहर है. वैज्ञानिकों ने रिसर्च में पाया है कि ये ग्लेशियर धीरे-धीरे पिघल रहा है, जिसको लेकर वैज्ञानिको ने दावा है कि अगर समय रहते ध्यान नहीं दिया गया तो 30 साल बाद ये विलुप्त हो जाएगा.
अतुल कुमार चोकसे इस यात्रा के जरिए गंगोत्री से गंगासागर तक पैदल चलकर जगह-जगह लोगों को का संदेश दे रहे हैं कि अपनी नदियों को प्रदूषण मुक्त कर इनका संरक्षण करें, ताकि नदिया जीवित रह सकें. साथ ही जगह-जगह चौपाल लगाकर युवाओं को खुशी से स्वस्थ जीवन जीने को लेकर संदेश दे रहे हैं.
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बता दें, अतुल कुमार चोकसे दुनिया के सबसे बड़े सहारा रेगिस्तान में 55 डिग्री तापमान में अपना सामान को लेकर दौड़ते हुए पार कर रिकॉर्ड बना चुके हैं. इसके बाद अतुल कुमार ने भारत के सबसे बड़े रेगिस्तान थार मरुस्थल को जनवरी 2021 में (1551 किलोमीटर) पार किया. इस दौरान अतुल कुमार गुजरात के रन ऑफ कच्छ (इंडिया-पाक बॉर्डर) से दौड़कर गुजरात, राजस्थान, हरियाणा होते हुए पंजाब के भटिंडा तक पहुंचे.