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छात्रवृत्ति घोटाला: पूर्व समाज कल्याण अधिकारी गिरफ्तार, 14 दिन की न्यायिक हिरासत

छात्रवृत्ति घोटाले में एसआईटी ने पूर्व समाज कल्याण अधिकारी शेर सिंह तोमर को गिरफ्तार किया है. तोमर को देहरादून के सीजीएम कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है.

छात्रवृत्ति घोटाला: पूर्व समाज कल्याण अधिकारी गिरफ्तार.
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Published : Nov 23, 2019, 9:55 AM IST

देहरादून/टिहरीः उत्तराखंड के चर्चित छात्रवृत्ति घोटाले मामले में एसआईटी जांच का शिकंजा लगातार बढ़ता जा रहा है. इसी क्रम में छात्रवृत्ति घोटाले में एसआईटी ने पूर्व समाज कल्याण अधिकारी शेर सिंह तोमर को गिरफ्तार किया है. तोमर को उनके देहरादून के कालसी तहसील के अंतर्गत आने वाले बिसोई गांव के उनके आवास से गिरफ्तार किया गया है.

घोटाले से जुड़े साक्ष्य व सबूतों के साथ एसआईटी ने आरोपी शेर सिंह तोमर को देहरादून के सीजीएम कोर्ट में पेश किया. कोर्ट से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. इससे पहले टिहरी से एसआईटी ने जितमणि भट्ट और हरिद्वार से सोम प्रकाश को निलंबित कर दिया है.

यह भी पढ़ें-बैंक खाता एक और मालिक दो, एक पैसे डालता रहा तो दूसरा मोदी जी के भेजे समझ निकलता रहा

जानकारी के अनुसार छात्रवृत्ति घोटाला 500 करोड़ का बताया जा रहा है. एसआईटी जांच टीम के मुताबिक छात्रवृत्ति घोटाले मामले में समाज कल्याण विभाग के आरोपित अधिकारियों की मिलीभगत से कई निजी शिक्षण संस्थानों द्वारा एससी -एसटी और ओबीसी के सैकड़ों छात्र छात्राओं के फर्जी कॉलेजों में दाखिला दिखाकर सरकारी धन का गबन किया गया है.

एसआईटी जांच में पाया गया है कि 2014 से 2017 में नरेंद्रनगर ब्लॉक के आमपाटा में एएफफसीआई होटल मैनेजमेंट संस्थान के ओबीसी, एससी, एसटी के 40 से 50 बच्चों का छात्रवृत्ति के लिए चयन हुआ था और शेर सिंह ने ही इनकी सत्यापन की रिपोर्ट दी थी. बच्चों को छात्रवृत्ति मिल गई, जबकि बच्चों ने आरोप लगाया है कि उन्हें छात्रवृत्ति मिली ही नहीं.

देहरादून/टिहरीः उत्तराखंड के चर्चित छात्रवृत्ति घोटाले मामले में एसआईटी जांच का शिकंजा लगातार बढ़ता जा रहा है. इसी क्रम में छात्रवृत्ति घोटाले में एसआईटी ने पूर्व समाज कल्याण अधिकारी शेर सिंह तोमर को गिरफ्तार किया है. तोमर को उनके देहरादून के कालसी तहसील के अंतर्गत आने वाले बिसोई गांव के उनके आवास से गिरफ्तार किया गया है.

घोटाले से जुड़े साक्ष्य व सबूतों के साथ एसआईटी ने आरोपी शेर सिंह तोमर को देहरादून के सीजीएम कोर्ट में पेश किया. कोर्ट से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. इससे पहले टिहरी से एसआईटी ने जितमणि भट्ट और हरिद्वार से सोम प्रकाश को निलंबित कर दिया है.

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जानकारी के अनुसार छात्रवृत्ति घोटाला 500 करोड़ का बताया जा रहा है. एसआईटी जांच टीम के मुताबिक छात्रवृत्ति घोटाले मामले में समाज कल्याण विभाग के आरोपित अधिकारियों की मिलीभगत से कई निजी शिक्षण संस्थानों द्वारा एससी -एसटी और ओबीसी के सैकड़ों छात्र छात्राओं के फर्जी कॉलेजों में दाखिला दिखाकर सरकारी धन का गबन किया गया है.

एसआईटी जांच में पाया गया है कि 2014 से 2017 में नरेंद्रनगर ब्लॉक के आमपाटा में एएफफसीआई होटल मैनेजमेंट संस्थान के ओबीसी, एससी, एसटी के 40 से 50 बच्चों का छात्रवृत्ति के लिए चयन हुआ था और शेर सिंह ने ही इनकी सत्यापन की रिपोर्ट दी थी. बच्चों को छात्रवृत्ति मिल गई, जबकि बच्चों ने आरोप लगाया है कि उन्हें छात्रवृत्ति मिली ही नहीं.

Intro:टिहरी
छात्रवृत्ति घोटाले में एसआईटी ने पूर्व समाज कल्याण अधिकारी को किया गिरप्तार,Body:2014 से 2017 तक टिहरी में कार्यरत समाज कल्याण अधिकारी शेर सिंह तोमर को छात्रवृत्ति घोटाले में उनके घर कालसी तहसील के अंतर्गत विशोई गाव से एसआइटी ने गिरफ्तार करके सीजीएम कोर्ट में पेश किया गया जहाँ इन्हें 14 दिन की जेल भेजा है,

Conclusion:एसआईटी जांच में पाया गया है कि 2014 से 2017 के समय नरेंद्रनगर ब्लॉक के आमपाटा में एएफफसीआई होटल मैनेजमेंट संस्थान के ओबीसी एस सी एसटी के 40 से 50 बच्चो को छात्रवृत्ति के लिए चयन हुआ था और शेर सिंह ने ही इनकी सत्यापन की रिपोर्ट दी थी,बच्चो की छात्रवृत्ति मिल गई,जबकि बच्चो ने आरोप लगाया है कि हमेछात्रवृत्ति नही मिली ,



एसआईटी ने इसमे जांच करके इससे पहले टिहरी से जितमणि भट्ट और हरिद्वार से सोम प्रकाश को निलंबित कर दिया है

इन सबपर झूठी छात्रवृत्ति रिपोर्ट बनाने का आरोप लगा है जिसनपर इनके खिलाफ एसआइटी ने कार्यवाही की है
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