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टिहरी के युवक की बांग्लादेश में मौत, दिल्ली परिवार के पास जाने के लिए भाई को नहीं मिला पास - टिहरी हिंदी समाचार

पवन नाम का व्यक्ति काम के सिलसिले में बांग्लादेश के ढाका गया था, जो कि लॉकडाउन के चलते वहां फंस गया. 8 मई को पवन की वहीं मौत हो गई, जिसके बाद उसके परिजन भारत सरकार से उसके शव को वापस लाने की मांग कर रहे हैं, जिससे उसका अंतिम संस्कार रीति-रिवाज से किया जा सके.

Tehri
टिहरी के युवक की बांग्लादेश में मौत
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Published : May 10, 2020, 9:39 PM IST

टिहरी: जिले का रहने वाला पवन सिंह नाम का व्यक्ति दिल्ली की एक कपड़े से संबंधित सोनी कंपनी में काम करता था और विदेशों में जा कर कपड़ों के एग्जीबिशन लगाता था. लॉकडाउन से पहले काम के सिलसिले में दिल्ली से वो बांग्लादेश गया था. बीते 8 मई को उसकी वहीं पर मौत हो गई. सूचना मिलने के बाद मृतक के परिजन जिला प्रशासन से दिल्ली जाने के लिए पास की मांग की. लेकिन जिला प्रशासन की ओर से पास नहीं दिया गया.

दरअसल, टिहरी के प्रताप नगर विधानसभा के अंतर्गत मयूडी गांव के रहने वाले पवन सिंह की मौत 8 मई को बांग्लादेश के ढाका में हार्ट अटैक के कारण हो गई. सूचना मिलने के बाद मृतक के भाई केदार सिंह ने जिला प्रशासन से दिल्ली जाने के लिए पास बनवाने की मांग की. मृतक के भाई केदार सिंह ने बताया कि उसकी पत्नी और बच्चे दिल्ली में ही हैं. ऐसे में अगर उन्हें जिला प्रशासन से पास मिल जाता तो वो वहां पहुंच कर मृतक के परिवार की कुछ मदद कर पाते.

टिहरी के युवक की बांग्लादेश में मौत

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मृतक के भाई केदार ने बताया, कि पवन दिल्ली की एक कपड़े से संबंधित सोनी कंपनी में काम करता था, जो देश विदेशों में कपड़ों का एग्जीबिशन का काम करने जाता रहता था. वो अपने साले के साथ 20 अप्रैल को बांग्लादेश के ढाका में कपड़ों का एग्जीबिशन लगाने के लिए गया था. उसके साले ने बताया, कि पवन और उसे लेकर 7 लोगों की टीम थी, जो एग्जीबिशन लगाने के लिए गई थी. लेकिन लॉकडाउन के चलते यह एग्जीबिशन नहीं लग पाई. वो एक होटल में रुके थे. तभी अचानक पवन को हार्ट अटैक आया और उसकी मौत हो गई.

ये भी पढ़ें: उत्तराखंडः भारतीय सेना को मिले 300 जांबाज, आन-बान-शान की ली शपथ

वहीं, अब मृतक के परिजनों ने भारत सरकार से उसके शव को वापस लाने की मांग की है, जिससे उसका अंतिम संस्कार यहां पर हिंदू रीति- रिवाजों के अनुसार हो सके. बताया जा रहा है, कि मृतक के दो बेटे हैं, बड़ा बेटा 12वीं में और छोटा बेटा 10वीं क्लास में दिल्ली में पढ़ते हैं.

जानकारी के मुताबिक पवन के शव को लाने के लिए भारत सरकार की ओर से हर संभव प्रयास किया जा रहा है. लॉकडाउन के कारण सभी फ्लाइट बंद हैं. लेकिन शव को लाने के लिए सभी तरह की कागजी कार्रवाई की जा रही है. दो से तीन दिन में ढाका से भारत आने के लिए फ्लाइट शुरू होगी. ऐसे में कार्गो विमान से पवन का शव दो या तीन दिन में भारत आ सकता है.

टिहरी: जिले का रहने वाला पवन सिंह नाम का व्यक्ति दिल्ली की एक कपड़े से संबंधित सोनी कंपनी में काम करता था और विदेशों में जा कर कपड़ों के एग्जीबिशन लगाता था. लॉकडाउन से पहले काम के सिलसिले में दिल्ली से वो बांग्लादेश गया था. बीते 8 मई को उसकी वहीं पर मौत हो गई. सूचना मिलने के बाद मृतक के परिजन जिला प्रशासन से दिल्ली जाने के लिए पास की मांग की. लेकिन जिला प्रशासन की ओर से पास नहीं दिया गया.

दरअसल, टिहरी के प्रताप नगर विधानसभा के अंतर्गत मयूडी गांव के रहने वाले पवन सिंह की मौत 8 मई को बांग्लादेश के ढाका में हार्ट अटैक के कारण हो गई. सूचना मिलने के बाद मृतक के भाई केदार सिंह ने जिला प्रशासन से दिल्ली जाने के लिए पास बनवाने की मांग की. मृतक के भाई केदार सिंह ने बताया कि उसकी पत्नी और बच्चे दिल्ली में ही हैं. ऐसे में अगर उन्हें जिला प्रशासन से पास मिल जाता तो वो वहां पहुंच कर मृतक के परिवार की कुछ मदद कर पाते.

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मृतक के भाई केदार ने बताया, कि पवन दिल्ली की एक कपड़े से संबंधित सोनी कंपनी में काम करता था, जो देश विदेशों में कपड़ों का एग्जीबिशन का काम करने जाता रहता था. वो अपने साले के साथ 20 अप्रैल को बांग्लादेश के ढाका में कपड़ों का एग्जीबिशन लगाने के लिए गया था. उसके साले ने बताया, कि पवन और उसे लेकर 7 लोगों की टीम थी, जो एग्जीबिशन लगाने के लिए गई थी. लेकिन लॉकडाउन के चलते यह एग्जीबिशन नहीं लग पाई. वो एक होटल में रुके थे. तभी अचानक पवन को हार्ट अटैक आया और उसकी मौत हो गई.

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वहीं, अब मृतक के परिजनों ने भारत सरकार से उसके शव को वापस लाने की मांग की है, जिससे उसका अंतिम संस्कार यहां पर हिंदू रीति- रिवाजों के अनुसार हो सके. बताया जा रहा है, कि मृतक के दो बेटे हैं, बड़ा बेटा 12वीं में और छोटा बेटा 10वीं क्लास में दिल्ली में पढ़ते हैं.

जानकारी के मुताबिक पवन के शव को लाने के लिए भारत सरकार की ओर से हर संभव प्रयास किया जा रहा है. लॉकडाउन के कारण सभी फ्लाइट बंद हैं. लेकिन शव को लाने के लिए सभी तरह की कागजी कार्रवाई की जा रही है. दो से तीन दिन में ढाका से भारत आने के लिए फ्लाइट शुरू होगी. ऐसे में कार्गो विमान से पवन का शव दो या तीन दिन में भारत आ सकता है.

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