टिहरी: जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने शहर से कूड़ा निस्तारण को लेकर सख्त रुख अख्तियार किया है. उन्होंने गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग कर नगर पालिका को न उपलब्ध कराने वाले सरकारी कर्मचारियों का वेतन रोकने और आवंटित सरकारी आवासों को निरस्त करने की बात कही है. शुक्रवार को E और C ब्लॉक के 48 कर्मचारियों को नोटिस जारी कर उनसे जवाब मांगा गया है.
डीएम मंगेश घिल्डियाल ने टिहरी की सभी नगर पालिकाओं और पंचायत घरों में कूड़ा निस्तारण के सोर्सेस को लेकर सेग्रीगेशन के काम को शत-प्रतिशत करने का अभियान छेड़ रखा है. वार्डों और मोहल्लों के लोगों को सेग्रीगेशन का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है. डीएम ने प्रशिक्षण के बाद गीला और सूखा कूड़ा अलग न देने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की बात भी कही है. इसके लिए जिलाधिकारी खुद लोगों से रूबरू हो कर उन्हें समझा कर जागरूक कर रहे हैं.
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जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने कहा कि शहर से कूड़े का निस्तारण सोर्स से ही करना होगा. तभी कूड़े का समाधान हो सकेगा. इसके लिए प्रत्येक व्यक्ति को जागरूक होना होगा और पीएम मोदी के स्वच्छता अभियान में अपनी सहभागिता दर्ज करनी होगी. डीएम ने उन महिलाओं को पुरस्कृत करने की भी बात कही, जो गीले और सूखे कूड़े को सोर्स से ही नगर पालिका को उपलब्ध कराएंगी.
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वहीं, डीएम ने कुछ मोहल्लों का भ्रमण कर वहां की साफ-सफाई का जायजा लिया और लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया. J ब्लॉक में एक बालिका ने गीले और सूखे कूड़े को अलग कर पालिका को दिया था. इसके लिए डीएम ने उसे 500 रुपए का पुरस्कार दिया और उसकी हौसला अफजाई भी की. उन्होंने कहा कि इस बालिका से लोगों को सीख लेनी चाहिए. साफ-सफाई केवल एक इंसान के करने से नहीं होगी. सभी को अपनी सहभागिता सुनिश्चित करनी होगी. उन्होंने लोगों से अपील की है कि सभी कूड़े को अलग-अलग करके रखें और उसे कूड़ेदान में डालें.