टिहरीः डीएम ईवा श्रीवास्तव ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चौंड का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान सीएचसी में कई तरह की खामियां मिली. जिस पर डीएम ने मौके पर मौजूद कर्मचारियों और डाक्टरों को कड़ी फटकार लगाते हुए व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए. वहीं, अस्पताल से गायब कर्मचारियों का वेतन रोकने के साथ ही प्रभारी चिकित्साधिकारी को समस्त सूचनाओं समेत जिला कार्यालय में तलब होने के निर्देश भी दिए हैं.
दरअसल, डीएम ईवा श्रीवास्तव ने सीएचसी चौंड का औचक निरीक्षण किया तो केंद्र पर तमाम अव्यवस्थाओं का अंबार मिला. जिसे देखकर डीएम खासी नाराज हुईं. डीएम ने अस्पताल में अधिकारियों व कर्मचारियों की उपस्थिति पंजिका का अवलोकन भी किया. जिसमें डॉ. संजय पुरसोड़ा और फार्मासिस्ट राजेंद्र भंडारी की उपस्थिति पंजिका में दर्ज थी, लेकिन वो खुद मौके पर उपस्थित नहीं थे. जबकि, फार्मासिस्ट एमएस असवाल की उपस्थिति पंजिका में उपस्थिति दर्ज नहीं थी. डीएम ने कर्मियों की उपस्थिति के बारे में पूछा तो किसी भी कार्मिक ने संतोषजनक जवाब नहीं दिया. जिस पर डीएम ने अनुपस्थित कर्मचारियों के वेतन रोकने के निर्देश दिए.
ये भी पढ़ेंः कर्मियों को नहीं मिल रहा गोल्डन कार्ड योजना का लाभ, स्वास्थ्य सचिव से की मुलाकात
वहीं, उन्होंने ओपीडी, प्रसव कक्ष, महिला व पुरुष वार्ड का भी निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान प्रसव कक्ष के वेटिंग रूम में रखी भारतोलन मशीन भी खराब स्थिति में पाई गई. जिस पर डीएम ने प्रभारी चिकित्साधिकारी को समस्त सूचनाओं समेत मुख्यालय स्थित कार्यालय में उपस्थित होने को निर्देश दिए हैं. क्षेत्र में पहुंचने पर डीएम से क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने लंबगांव बाजार में झूलते तारों को हटाने, महारगांव झांझर धार में एएनएम की तैनाती, लंबगांव से कुड़ीसौड केंद्रीय विद्यालय के लिए स्कूल बस लगाए जाने संबंधी प्रकरणों के निस्तारण की मांग की. जिस पर डीएम ने एसडीएम को प्रस्ताव उपलब्ध कराने के निर्देश दिए.